ETV Bharat / city

अब 'कैलाश' की दहाड़ हुई शांत...नहीं रहा नाहरगढ़ का बब्बर शेर

जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रविवार को बब्बर शेर कैलाश की मौत हो गई. बब्बर शेर कैलाश की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल है.

Nahargarh Biological Park Latest News,  Lion died in Nahargarh Biological Park
बब्बर शेर कैलाश की मौत
author img

By

Published : Oct 18, 2020, 1:42 PM IST

Updated : Oct 18, 2020, 2:03 PM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से एक बार फिर दुख की खबर सामने आई है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रविवार को बब्बर शेर कैलाश की दहाड़ भी शांत हो गई. बब्बर शेर कैलाश की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बब्बर शेर कैलाश के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. पोस्टमार्टम करने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

बब्बर शेर कैलाश की मौत

बब्बर शेर की मौत की असली वजह पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आ पाएगी. शेर की मौत होने से नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क प्रशासन समेत तमाम वन्यजीव प्रेमी स्तब्ध है. कैलाश की तबीयत खराब चल रही थी. डॉक्टर्स की टीम कैलाश का इलाज कर रही थी, लेकिन कैलाश दुनिया को अलविदा कह गया. बब्बर शेर कैलाश नाहरगढ़ लायन सफारी की शान था. लायन सफारी में आने वाले सैलानियों के लिए कैलाश आकर्षण का केंद्र रहता था.

पढ़ें- जोधपुर : खाकी हुई शर्मसार, 1 क्विंटल 90 किलोग्राम डोडा पोस्त के साथ कांस्टेबल गिरफ्तार

नाहरगढ़ लायन सफारी में कैलाश और शेरनी तारा की जोड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी. कैलाश की मौत के बाद अब तारा अकेली पड़ गई है. हालांकि, लायन सफारी में तेजस, त्रिपुर और तारा तीन शेर है. तीनों तेजिका के शावक हैं. तेजिका की पहले ही मौत हो चुकी है. पिछले एक साल में 6 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है.

पिछले एक साल में 6 बिग कैट्स की मौत...

राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले साल भी 3 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. बाघिन रंभा के शावक रिद्धि, शेरनी सुजैन और सफेद बाघिन सीता की पहले ही मौत हो चुकी है. बाघ शावक रुद्र की मौत हो चुकी है और बब्बर शेर सिद्धार्थ की भी मौत हो गई. करीब एक साल में 6 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है.

शेरनी सुजैन की मौत की वजह कैनाइन डिस्टेंपर वायरस को बताया गया था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल बना हुआ है. पिछले साल कैनाइन डिस्टेंपर वायरस के कहर के चलते नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 19 सितंबर 2019 को एशियाटिक शेरनी सुजैन की मौत हुई थी. सुजैन की प्रारंभिक जांच में आईवीआरआई की टीम ने कैनाइन डिस्टेंपर वायरस होने की पुष्टि की थी.

इसके बाद 21 सितंबर 2019 को 10 महीने की बाघिन रिद्धि की मौत हो गई थी. इसके बाद 26 सितंबर को सफेद बाघिन सीता की मौत हो गई थी. 9 जून 2020 को बाघ शावक रुद्र और 10 जून 2020 बब्बर शेर सिद्धार्थ की भी मौत हो चुकी है.

जयपुर. राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से एक बार फिर दुख की खबर सामने आई है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रविवार को बब्बर शेर कैलाश की दहाड़ भी शांत हो गई. बब्बर शेर कैलाश की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बब्बर शेर कैलाश के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. पोस्टमार्टम करने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा.

बब्बर शेर कैलाश की मौत

बब्बर शेर की मौत की असली वजह पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आ पाएगी. शेर की मौत होने से नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क प्रशासन समेत तमाम वन्यजीव प्रेमी स्तब्ध है. कैलाश की तबीयत खराब चल रही थी. डॉक्टर्स की टीम कैलाश का इलाज कर रही थी, लेकिन कैलाश दुनिया को अलविदा कह गया. बब्बर शेर कैलाश नाहरगढ़ लायन सफारी की शान था. लायन सफारी में आने वाले सैलानियों के लिए कैलाश आकर्षण का केंद्र रहता था.

पढ़ें- जोधपुर : खाकी हुई शर्मसार, 1 क्विंटल 90 किलोग्राम डोडा पोस्त के साथ कांस्टेबल गिरफ्तार

नाहरगढ़ लायन सफारी में कैलाश और शेरनी तारा की जोड़ी आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी. कैलाश की मौत के बाद अब तारा अकेली पड़ गई है. हालांकि, लायन सफारी में तेजस, त्रिपुर और तारा तीन शेर है. तीनों तेजिका के शावक हैं. तेजिका की पहले ही मौत हो चुकी है. पिछले एक साल में 6 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है.

पिछले एक साल में 6 बिग कैट्स की मौत...

राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले साल भी 3 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. बाघिन रंभा के शावक रिद्धि, शेरनी सुजैन और सफेद बाघिन सीता की पहले ही मौत हो चुकी है. बाघ शावक रुद्र की मौत हो चुकी है और बब्बर शेर सिद्धार्थ की भी मौत हो गई. करीब एक साल में 6 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है.

शेरनी सुजैन की मौत की वजह कैनाइन डिस्टेंपर वायरस को बताया गया था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वन्यजीवों की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल बना हुआ है. पिछले साल कैनाइन डिस्टेंपर वायरस के कहर के चलते नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 19 सितंबर 2019 को एशियाटिक शेरनी सुजैन की मौत हुई थी. सुजैन की प्रारंभिक जांच में आईवीआरआई की टीम ने कैनाइन डिस्टेंपर वायरस होने की पुष्टि की थी.

इसके बाद 21 सितंबर 2019 को 10 महीने की बाघिन रिद्धि की मौत हो गई थी. इसके बाद 26 सितंबर को सफेद बाघिन सीता की मौत हो गई थी. 9 जून 2020 को बाघ शावक रुद्र और 10 जून 2020 बब्बर शेर सिद्धार्थ की भी मौत हो चुकी है.

Last Updated : Oct 18, 2020, 2:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.