जयपुर. सरकार की सख्ती के दावे के बावजूद राजधानी में कोरोना का प्रकोप जारी है. जयपुर में शुक्रवार को 548 नए केस सामने आए और तीन की मौत हुई है. ऐसे में अब संक्रमित की संख्या बढ़कर 50 हजार के पार जा पहुंची है. हालांकि निगम प्रशासन ने अब समझाइश के साथ-साथ सख्ती दिखाना भी शुरू किया है. इस क्रम में चालान सप्ताह शुरू किया है. वहीं निगम प्रशासन अब उन घरों को भी सैनिटाइज करेगा, जहां पॉजिटिव मरीज मिले हैं.
शहर की सड़कों और बाजारों में बिना मास्क के घूमने वालों के खिलाफ नगर निगम प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. निगम प्रशासन चालान सप्ताह शुरू कर सभी जोन में कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं होने पर जुर्माना वसूल रहा है. वहीं पॉजिटिव मरीजों के घरों को सैनिटाइज करने का काम भी निगम प्रशासन द्वारा किया जाएगा.
इस संबंध में एडिशनल कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया कि नगर निगम काफी समय से कोरोना जागरूकता की कार्रवाई कर रहा है. शहर भर में पोस्टर, स्टीकर और कचरा संग्रहण करने वाले हूपरों के माध्यम से जागरूकता संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं. बावजूद इसके शहर में कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं हो रही. नतीजन हर दिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. बाजारों में अनावश्यक भीड़ भी इसकी बड़ी वजह है. यही वजह है कि निगम ने समझाइश के साथ-साथ दंडात्मक कार्रवाई भी शुरू की है.
गुरुवार से चालान सप्ताह की शुरुआत की गई है. पहले दिन 1800 से ज्यादा लोगों का चालान कर 8.54 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया. 6 दुकानें भी सीज की गई. वहीं शुक्रवार को 1286 लोगों का चालान कर 8.27 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया. वहीं अब सीएमएचओ नियमित पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट भेजेगा, और इसे क्षेत्रवार बांट 20 टीमों के माध्यम से पॉजिटिव मरीजों के घरों को भी सैनिटाइज किया जाएगा.
बहरहाल, प्रशासन द्वारा कोरोना के विरुद्ध 2 महीने से जन आंदोलन चलाया जा रहा है. वहीं नियमित रूप से मास्क भी वितरित किए जा रहे हैं. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने की अपील की जा रही है, लेकिन शहर में बाजारों और सड़कों पर बरती जा रही लापरवाही के चलते अब दंडात्मक कार्रवाई भी तेज की गई है.