जयपुर. पूर्व गृह मंत्री और नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने सोमवार को सदन में बोलेते हुए गहलोत सरकार को जमकर घेरा. कटारिया ने कहा कि गृह विभाग के लिए जो बजट रखा गया है, उसके अनुसार 12 हजार नए पुलिसकर्मियों की भर्ती हो पाना संभव नहीं है. क्योंकि बजट प्रावधान को देखें तो 12 हजार पुलिस कर्मचारियों के वेतन भी नहीं निकल पाएगा. कटारिया के अनुसार बजट किसी भी विभाग की ताकत बढ़ाता है, लेकिन सरकार का मौजूदा बजट गृह विभाग की ताकत बढ़ाने की बजाय घटाने वाला है.
6 महीने में अपराधों का ग्राफ बढ़ा...
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि बीते 6 महीने में जब से प्रदेश में गहलोत सरकार आई है तब से अपराधों का ग्राफ बढ़ गया है. कटारिया के अनुसार 6 माह में केवल महिला अपराध के आंकड़ों में ही 49 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है. कटारिया ने कहा कि बलात्कार तो प्रदेश में आम बात हो गई है. उनके अनुसार जब प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
कारागार विभाग में वेतन विसंगति दूर हो तो बने बात...
कटारिया ने बहस के दौरान जेल विभाग के कामकाज पर भी सवाल उठाया, साथ ही यह भी कहा कि आज प्रदेश की जेलों के हालात यह बन चुके हैं कि जेल के भीतर ही अपराधी वसूली करने लगे हैं. पहले हमारे कांस्टेबल और जेल प्रहरी का वेतन सामान था, लेकिन वेतन आयोग की एक विसंगति के कारण जेल प्रहरियों का वेतन कम हो गया. जिससे अब कोई भी केंद्रीय कारागार में जाने से बचता है. कटारिया ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान भी हमने प्रयास किया ताकि इस विसंगति को दूर किया जा सके और अब मौजूदा सरकार को भी इस ओर कदम उठाना चाहिए.
एसीबी की जमकर की तारीफ...
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने अनुदान मांगों पर बहस के दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की जमकर तारीफ की. कटारिया ने कहा कि मैं सभी को बधाई देता हूं, उन्होंने ऐसे लोगों पर भी हाथ डाला और उन्हें जेल तक पहुंचाया जो ऊंचे रसूख रखते थे. इस दौरान उन्होंने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में फर्जी भर्ती का भी जिक्र किया. वहीं, खान विभाग के घूसकांड, एनआरएचएम घोटाले का जिक्र कर कहा कि इस मामले में एसीबी की टीम ने सेक्रेटरी लेवल पर बैठे अधिकारी अशोक सिंघवी और नीरज के पवन तक को सलाखों के पीछे पहुंचाया.