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राजस्थान रोडवेज के आगार स्तर पर चालक-परिचालकों की परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए बनाया जाएगा रजिस्टर

राजस्थान रोडवेज के आगार स्तर पर चालक परिचालकों की परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए परिवेदना रजिस्टर बनाया जाएगा. जिसमें पंजिका का विवरण प्रतिदिन मुख्यालय भेजना भी आवश्यक होगा.

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चालक- परिचालकों की परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए बनाया जाएगा रजिस्टर
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Published : Jul 9, 2020, 12:59 AM IST

जयपुर. राजस्थान रोडवेज को आगार स्तर पर चालक-परिचालकों की परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए चालक परिचालक परिवेदना रजिस्टर बनाया जाएगा. पंजिका का विवरण प्रतिदिन मुख्यालय भेजना भी आवश्यक होगा.राजस्थान रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन के मुताबिक लगातार आगार स्तर से जानकारी में पता चला है कि चालक-परिचालकों की ओर से दी गई परिवेदनाओं की प्राप्ति उन्हें उपलब्ध नहीं करवाई जाती है.

और ना ही परिवेदनाओं पर कोई कार्रवाई की जा रही है. इसको देखते हुए परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए एक पंजिका का संधारण किया जाएगा. जो कार्यशाला के मुख्य सुरक्षा प्रहरी के पास रहेगी.

आगार स्तर पर संधारित की जाने वाली परिवेदना पंजिका की प्रति प्रत्येक कार्य दिवस को कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका की प्रति के साथ व्हाट्सएप ग्रुप या आरएसआरटीसी अटेंडेंस पर सुबह और शाम भिजवाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा.

समय पालकों के प्रशिक्षण के लिए सभी आगारों के लिए मुख्य ट्रेनरों को दिया प्रशिक्षण...

राजस्थान रोडवेज प्रबंधक की ओर से समय पालक व्यवस्था में पारदर्शिता लागू करने के उद्देश्य से एक और कदम आगे बढ़ाया गया है. मुख्यालय में सभी 52 आगारों के एक प्रबंधक और एक सहायक को समय पालक से संबंधित कार्यों के प्रशिक्षण के लिए मुख्य ट्रेनर का प्रशिक्षण दिया गया.

जो मुख्य समय पालक और समय पालक को समय-समय पर प्रशिक्षण देंगे. राजस्थान रोडवेज में मनमाने तरीके से शेड्यूल रूट बनाने की शिकायतों के बीच नवाचार करने के उद्देश्य से समय पालक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए आगारों में समय पालक का कार्य करने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनों को प्रशिक्षण दिया गया है.

पढ़ें: कोटा: निजी बिजली कंपनी के कार्मिकों से मारपीट के मामले में मामला दर्ज

मुख्यालय के अधिकारियों की ओर से पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के साथ समय पालक का कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को अन्य पहलुओं पर भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. आगारों में कार्यरत मुख्य समय पालक और समय पालक का कार्य कर रहे कर्मचारी आवंटित कार्य और दायित्वों का निर्वहन उचित प्रकार से नहीं कर रहे हैं.

इनके विरुद्ध चालक परिचालकों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं. इन शिकायतों को देखते हुए मुख्यालय स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए कार्यकारी प्रबंधक और सहायक प्रशासनिक अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. इन अधिकारियों की ओर से मुख्यालय स्तर से सभी आगारों के लिए प्रत्येक माह की 25 तारीख तक आगामी माह के लिए मुख्य समय पालक-परिचालक वर्ग और मुख्य समय पालक-चालक वर्ग का पदस्थापन किया जाएगा.

जयपुर. राजस्थान रोडवेज को आगार स्तर पर चालक-परिचालकों की परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए चालक परिचालक परिवेदना रजिस्टर बनाया जाएगा. पंजिका का विवरण प्रतिदिन मुख्यालय भेजना भी आवश्यक होगा.राजस्थान रोडवेज के सीएमडी नवीन जैन के मुताबिक लगातार आगार स्तर से जानकारी में पता चला है कि चालक-परिचालकों की ओर से दी गई परिवेदनाओं की प्राप्ति उन्हें उपलब्ध नहीं करवाई जाती है.

और ना ही परिवेदनाओं पर कोई कार्रवाई की जा रही है. इसको देखते हुए परिवेदनाओं के शीघ्र निस्तारण के लिए एक पंजिका का संधारण किया जाएगा. जो कार्यशाला के मुख्य सुरक्षा प्रहरी के पास रहेगी.

आगार स्तर पर संधारित की जाने वाली परिवेदना पंजिका की प्रति प्रत्येक कार्य दिवस को कर्मचारियों की उपस्थिति पंजिका की प्रति के साथ व्हाट्सएप ग्रुप या आरएसआरटीसी अटेंडेंस पर सुबह और शाम भिजवाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा.

समय पालकों के प्रशिक्षण के लिए सभी आगारों के लिए मुख्य ट्रेनरों को दिया प्रशिक्षण...

राजस्थान रोडवेज प्रबंधक की ओर से समय पालक व्यवस्था में पारदर्शिता लागू करने के उद्देश्य से एक और कदम आगे बढ़ाया गया है. मुख्यालय में सभी 52 आगारों के एक प्रबंधक और एक सहायक को समय पालक से संबंधित कार्यों के प्रशिक्षण के लिए मुख्य ट्रेनर का प्रशिक्षण दिया गया.

जो मुख्य समय पालक और समय पालक को समय-समय पर प्रशिक्षण देंगे. राजस्थान रोडवेज में मनमाने तरीके से शेड्यूल रूट बनाने की शिकायतों के बीच नवाचार करने के उद्देश्य से समय पालक व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए आगारों में समय पालक का कार्य करने वाले कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए मास्टर ट्रेनों को प्रशिक्षण दिया गया है.

पढ़ें: कोटा: निजी बिजली कंपनी के कार्मिकों से मारपीट के मामले में मामला दर्ज

मुख्यालय के अधिकारियों की ओर से पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के साथ समय पालक का कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को अन्य पहलुओं पर भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. आगारों में कार्यरत मुख्य समय पालक और समय पालक का कार्य कर रहे कर्मचारी आवंटित कार्य और दायित्वों का निर्वहन उचित प्रकार से नहीं कर रहे हैं.

इनके विरुद्ध चालक परिचालकों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं. इन शिकायतों को देखते हुए मुख्यालय स्तर पर मॉनिटरिंग के लिए कार्यकारी प्रबंधक और सहायक प्रशासनिक अधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. इन अधिकारियों की ओर से मुख्यालय स्तर से सभी आगारों के लिए प्रत्येक माह की 25 तारीख तक आगामी माह के लिए मुख्य समय पालक-परिचालक वर्ग और मुख्य समय पालक-चालक वर्ग का पदस्थापन किया जाएगा.

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