जयपुर. पुलिस अपनी ड्यूटी के साथ मानवता का फर्ज भी निभा रही है. हाल ही में कोरोना की जंग जीतकर लौटे माणक चौक थाने के कांस्टेबल दीपक और रामचरण ने अपना प्लाज्मा डोनेट कर मानवता के लिए एक मिसाल पेश की है.
कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी दी जा रही है. ऐसे में मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा की जरूरत पड़ रही है. आवश्यकता पड़ने पर एसएमएस अस्पताल के डॉक्टर ने माणक चौक थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह राठौड़ से संपर्क किया और प्लाज्मा डोनेट करने के लिए पूछा.
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डॉक्टर ने पूछा कि जो कांस्टेबल पॉजिटिव आए थे, अब वह बिल्कुल सही है. ऐसे में क्या वह प्लाज्मा डोनेट कर करेंगे. इसके बाद थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने कांस्टेबल दीपक और रामचरण से प्लाज्मा डोनेट करने की बात की, तो दोनों ने खुशी जाहिर करते हुए प्लाज्मा डोनेट करने को तैयार हो गए.
इसके बाद कांस्टेबल दीपक और रामचरण ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर अपना प्लाज्मा डोनेट किया और राजस्थान पुलिस का नाम ऊंचा किया. थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि ऐसे जवानों पर हमें गर्व है, जो कि अपनी ड्यूटी के साथ ही मानवता की मिसाल भी कायम करने से पीछे नहीं हटते.
उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस ना केवल सड़क पर कोरोना की जंग लड़ रही है, बल्कि अपने लहू का एक-एक कतरा आमजन के जीवन को बचाने में लगा रही है. माणक चौक थाने के दोनों शेर रामचरण और दीपक जो कोरोना से संक्रमित होने के बाद बिल्कुल नहीं घबराए और कुछ ही दिन में कोरोना की जंग जीतकर स्वस्थ होकर वापस अपनी ड्यूटी पर लौट आए. ऐसे जवानों ने दूसरे मरीजों का जीवन बचाने के लिए अपना प्लाज्मा डोनेट कर राजस्थान पुलिस को गौरवान्वित किया है.
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बता दें कि पिछले दिनों माणक चौक थाने के दोनों कांस्टेबल दीपक और रामचरण कोरोना पोजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद दोनों को एसएमएस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया. दोनों अपने और आत्मविश्वास से कोरोना की जंग जीतकर स्वस्थ होकर वापस अपनी ड्यूटी पर लौट आए. कोरोना की जंग जीतकर लौटे कांस्टेबल दीपक ने कहा था कि अपनी सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास से कोरोना को हराने में सफलता मिली है.