जयपुर . लोकसभा चुनाव को साधने में जुटी भाजपा ने अलवर लोकसभा सीट पर बाबा बालक नाथ के रूप में एक सन्यासी को चुनाव मैदान में उतारा है . अब तक भगवान की भक्ति में लीन रहने वाले बाबा बालक नाथ को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परमात्मा के स्वरूप के रूप में नजर आते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह महात्मा गांधी, भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस जिन्होंने राष्ट्र और समाज के लिए प्रेरणादायक काम किए हैं. उससे वह परमात्मा का स्वरुप है. इसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विकास पुरुष होने के नाते परमात्मा का स्वरुप हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बाबा बालकनाथ ने कहा कि अलवर में एक राजा और सन्यासी के बीच इस बार मुकाबला है. उन्होंने कहा कि राजा का काम शासन करना है और हमारा काम धर्म की पालना करना है. लेकिन, कलियुग में जब मानव ही मानव का दुश्मन बन गया है तो इस व्यवस्था को दूर करने के लिए सन्यासी को भी चुनाव मैदान में उतारना पड़ा. बाबा बालक नाथ ने कहा कि सन्यासी जब अपना घर परिवार त्याग कर राष्ट्र सेवा के लिए आगे आता है तो उसको अपनी सेवा आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक मंच भी चाहिए. जिससे सेवा के कार्य को और गति मिल सके. यही कारण है कि वह राजनीति में आए. एक सवाल के जवाब में बाबा बालकनाथ ने कहा कि वो चौकीदार भी है और सेवादार भी. उन्होंने कहा कि समाज की कुरीतियों को दूर करने और राष्ट्र की सुरक्षा को कायम रखने के लिए वे चौकीदार हैं. वहीं जनता को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए वह जनता के सेवक या सेवादार भी है.