जयपुर. जिले के प्रतापनगर थाना पुलिस ने अपहरण और धोखाधड़ी के मामले में 5 साल से फरार एक दंपती को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी कमल स्वामी और उसकी पत्नी स्वाति को गिरफ्तार किया है. डीसीपी ईस्ट प्रहलाद सिंह के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. इस मामले में आरोपी दयाल विजयवर्गीय, रवि शर्मा, खेमदास स्वामी, पंकज चौधरी और निशा चौधरी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं.
पुलिस के मुताबिक पीड़ित विनोद कुमार ने 29 नवंबर 2016 को प्रताप नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि पीड़ित स्वयं सलाहकार और बैंकों से फाइनेंस करवाने का कार्य करता है. रमेश मौर्य नाम का व्यक्ति विनोद कुमार से लोन दिलवाने के लिए आया था, लेकिन तत्काल लोन पास नहीं होने के कारण उसने अपनी प्रॉपर्टी के असल दस्तावेज पेश कर पैसों की अर्जेंट आवश्यकता होने पर किसी अन्य व्यक्ति से राशि उधार दिलाने को कहा. परिवादी विनोद कुमार ने उसको अपने परिचित दयाल विजयवर्गीय से मिलवाया.
दयाल विजयवर्गीय ने कहा कि रमेश के लिए रुपए की व्यवस्था करवा दूंगा. दयाल विजयवर्गीय ने रमेश की प्रॉपर्टी के दस्तावेज लेकर अपने साथियों के साथ मिलकर उस प्रॉपर्टी के दस्तावेज के विक्रय के कागज तैयार करवा लिए और कहा कि 10 लाख रुपए की व्यवस्था हो गई है. लेकिन परिवादी विनोद कुमार ने रुपए लेने से मना कर दिया. इसके बाद एक दिन दयाल विजयवर्गीय ने परिवादी को अपनी कार में बैठा लिया और अपने साथी पंकज चौधरी के पास ले जाकर उससे मारपीट की और जबरन विक्रय इकरारनामा पर हस्ताक्षर करवाए और अंगूठे के निशान लगवा लिए.
आरोपियों ने पीड़ित की जेब में रखा एसबीआई बैंक का चेक जबरन निकालकर 25 लाख रुपए की राशि भरवा ली और मना करने पर अपने साथी पंकज चौधरी की पत्नी निशा से बलात्कार का केस लगवा कर जेल भेजने की धमकी दी. 27 नवंबर 2016 को रात 9:00 बजे से 2:00 बजे तक पीड़ित को बंधक बनाकर रखा और जबरन कराए गए इकरारनामा पर बतौर गवाह कमल स्वामी और स्वाति के हस्ताक्षर करवा लिए गए. मामले में अन्य आरोपी गिरफ्तार हो चुके थे, लेकिन कमल स्वामी और उसकी पत्नी स्वाति फरार चल रहे थे जिसे पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया है.