बीकानेर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पिछले बजट में बेरोजगारों के लिए विद्या संबल योजना लागू की गई थी. कॉलेजों में विद्या संबल योजना के तहत गेस्ट फैकल्टी के रूप में बेरोजगारों को मौका दिया गया. वहीं शिक्षा विभाग में सरकारी स्कूलों छात्रावासों में इस योजना के तहत बेरोजगारों की जगह सेवानिवृत्त शिक्षकों को लगाने के आदेश जारी किए गए हैं.
सरकार का यह कदम बेरोजगारों के लिए झटका बताया जा रहा है. प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला (B.D Kalla Bikaner Visit) बीकानेर दौरे पर हैं. विद्या संबल योजना पर कल्ला ने कहा (B.D Kalla Speaks on Vidya Sambal Yojana) कि अगर युवाओं को इसके तहत लगाते तो फिर वे भविष्य में स्थाई होने की मांग करते. उन्होंने कहा कि हाल ही में रीट की भर्ती की गई है और भविष्य में भी भर्ती हो रही हैं जिसमें युवाओं को मौका मिलेगा.
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग की ओर से विद्या संबल योजना में सेवानिवृत्त को ही लेने को लेकर सबसे पहले ईटीवी भारत ने खबर प्रसारित की थी. इसका कारण भी यही बताया था कि भविष्य में किसी भी तरह के आंदोलन से बचने के लिए विभाग ने युवाओं को मौका नहीं देने का रास्ता निकाला है. इसी के चलते सेवानिवृत्त शिक्षकों को ही इस योजना के तहत स्कूलों में रिक्त पदों पर लगाया जाएगा. शुक्रवार को खुद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने भी साफ कर दिया कि बेरोजगारों को मौका देने से भविष्य में वे स्थाई करने के लिए मांग कर सकते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री की ओर से बजट में की गई यह घोषणा बेरोजगारों के लिए एक तरह से छलावा बनकर रह गई है.
साथ ही बीकानेर में प्रदेश सरकार के बजट में नई घोषणाओं को लेकर मंत्री कल्ला ने कहा कि पिछले बजट में भी बीकानेर में तीन नए कॉलेजों की घोषणा हुई थी. उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस बजट में शहर की सड़कों और अन्य चीजों को लेकर घोषणा हो सकती है.