ETV Bharat / city

साइबर ठगों ने फास्ट टैग के नाम पर ठगी करने की रची साजिश..पुलिस ने ऐसे मंसूबों पर फेरा पानी

अजमेर में अज्ञात साइबर ठगों ने फास्ट टैग रिफंड के नाम पर एक युवक से 79 हजार 500 रुपए की ठगी करने की साजिश रची थी. लेकिन पुलिस की तत्परता से ठग अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाए. देखिए पूरी खबर...

फास्ट टैग रिफंड के नाम पर ठगी, Fraud in the name of fast tag refund
फास्ट टैग रिफंड के नाम पर ठगी
author img

By

Published : Jan 4, 2021, 3:56 PM IST

अजमेर. जिले में फास्ट टैग के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. जहां अज्ञात साइबर ठगों ने एक युवक के अकाउंट से 79 हजार 500 रुपए की ठगी की. जिसके बाद पीड़ित ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बैंक से रुपये कटने से बचा लिया. जिसके बाद सबने राहत की सांस ली.

फास्ट टैग रिफंड के नाम पर ठगी

जानकारी के अनुसार अलवर गेट थाना क्षेत्र के धोला भाटा निवासी कैलाश चंद जांगिड़ के साथ फास्ट टैग के रिफंड के नाम पर 79 हजार 500 रुपए की ठगी की गई थी. जिसके बाद इसकी रिपोर्ट कैलाश चंद अलवर गेट थाना पुलिस को दी. प्रशिक्षु आरपीएस थाना अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि कैलाश चंद जांगिड़ की रिपोर्ट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बैंक से संपर्क किया गया. जिसके बाद अकाउंट को फ्रीज करवाकर उक्त राशि को कटने से बचा लिया गया. कैलाश जांगिड़ को जैसे ही ठगी के बाद रुपए कटने से बचने की जानकारी मिली तो उसने पुलिस की सराहना की.

पढे़ं- रोजगार : CM गहलोत का बड़ा फैसला, जल्द होगी 750 से ज्यादा इन पदों पर भर्ती

समय से दें सूचना

ठगी का शिकार होते ही तुरंत पुलिस को सूचना देने से राशि कटने से बच सकती है. जानकार सूत्रों की मानें तो 24 घंटे के अंदर यदि बैंक एक्शन ले तो यह राशि साइबर ठगों के अकाउंट में जाने से पहले ही रोक दी जाती है. ऐसे में अगर कोई भी ठगी का शिकार हुआ है तो वह तुरंत पुलिस और बैंक से संपर्क करें. जिससे कि उनकी मेहनत की कमाई ठगों तक जाने से बच सकें.

अजमेर. जिले में फास्ट टैग के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. जहां अज्ञात साइबर ठगों ने एक युवक के अकाउंट से 79 हजार 500 रुपए की ठगी की. जिसके बाद पीड़ित ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बैंक से रुपये कटने से बचा लिया. जिसके बाद सबने राहत की सांस ली.

फास्ट टैग रिफंड के नाम पर ठगी

जानकारी के अनुसार अलवर गेट थाना क्षेत्र के धोला भाटा निवासी कैलाश चंद जांगिड़ के साथ फास्ट टैग के रिफंड के नाम पर 79 हजार 500 रुपए की ठगी की गई थी. जिसके बाद इसकी रिपोर्ट कैलाश चंद अलवर गेट थाना पुलिस को दी. प्रशिक्षु आरपीएस थाना अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि कैलाश चंद जांगिड़ की रिपोर्ट पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बैंक से संपर्क किया गया. जिसके बाद अकाउंट को फ्रीज करवाकर उक्त राशि को कटने से बचा लिया गया. कैलाश जांगिड़ को जैसे ही ठगी के बाद रुपए कटने से बचने की जानकारी मिली तो उसने पुलिस की सराहना की.

पढे़ं- रोजगार : CM गहलोत का बड़ा फैसला, जल्द होगी 750 से ज्यादा इन पदों पर भर्ती

समय से दें सूचना

ठगी का शिकार होते ही तुरंत पुलिस को सूचना देने से राशि कटने से बच सकती है. जानकार सूत्रों की मानें तो 24 घंटे के अंदर यदि बैंक एक्शन ले तो यह राशि साइबर ठगों के अकाउंट में जाने से पहले ही रोक दी जाती है. ऐसे में अगर कोई भी ठगी का शिकार हुआ है तो वह तुरंत पुलिस और बैंक से संपर्क करें. जिससे कि उनकी मेहनत की कमाई ठगों तक जाने से बच सकें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.