बारां. जिले में इस बार लहसुन किसानों के लिए मौत का कारण नहीं बनेगा. बल्कि इस बार लहसुन की पैदावार किसानों के आंगन में खुशियां लेकर लौटा है. पिछले वर्ष लहसुन का भाव नहीं मिलने के कारण बारां जिले में कर्ज के बोझ तले 3 किसानों ने आत्महत्या कर ली थी. इसकी मुख्य वजह यह थी कि किसानों को पिछले वर्ष लहसुन के भाव अच्छे मिलने की उम्मीद थी. किसानों पर लाखों रुपए का कर्जा भी लहसुन से मिलने वाले दामों से ही चुकना था. लेकिन, ना तो किसानों को दाम अच्छे मिल पाए थे और ना ही कर्जा चुका.
ऐसे में जिले में मजबूरन 3 किसानों ने मौत को गले लगा लिया था. लेकिन इस इस वर्ष लहसुन की अच्छी पैदावार होने के कारण किसानों के चेहरे खिले खिले दिखाई दे रहे हैं. पिछले वर्ष की अपेक्षा लहसुन की पैदावार तो कम हुई है लेकिन 2 गुना अधिक दाम मिल रहे है. जिसके कारण किसान बेहद खुश हैं. कृषि उपज मंडी में खुली नीलामी में किसानों को पिछली बार की अपेक्षा इस बार तकरीबन लहसुन के 2 गुना से अधिक दाम मिल रहे हैं. लहसुन व्यापार संघ के अध्यक्ष जगदीश सिंघल ने बताया कि इस वर्ष लहसुन का उत्पादन किसानों ने कम किया है. यहीं वजह है कि किसानों को इस बार अच्छा दाम मिला है.
जबकि पिछले वर्ष हर वर्ष की अपेक्षा डेढ़ गुना अधिक लहसुन का उत्पादन हुआ था. जिसके कारण किसानों को दाम नहीं मिला था . सिंघल ने लहसुन को लेकर यह भी उम्मीद जाहिर की है कि आने वाले दिनों में लहसुन के भाव और ऊपर पहुंच सकते हैं. ऐसे में अगर लहसुन के भाव किसानों को अधिक मिलते हैं तो यह किसानों के लिए काफी अच्छी बात होगी.
लहसुन का भाव 5 हजार रुपए से लेकर 9500 तक
फिलहाल मंडी में किसान अपने लहसुन को लेकर भारी संख्या में पहुंच रहे हैं. मंडी में लहसुन को लेकर किसानों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. अच्छी किस्म के लहसुन का भाव 5 हजार रुपये से लेकर 9,500 तक चल रहा है. तो वहीं कमजोर किस्म का लहसुन 3 हजार से लेकर 5 हजार तक बिक रहा है. व्यापारियों और किसानों की माने तो पिछली बार की अपेक्षा यह दाम दोगुना से अधिक है. जबकि पिछले वर्ष लहसुन 1 रुपये किलो से लेकर 3 रुपये किलो तक बिका था.