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राजस्थानः पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों का घोटाला, 30 हजार किसान...74 हजार को बांटे रुपये

अलवर में पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला (Crores of scam in PM Kisan Samman Nidhi) सामने आया है. बताया जा रहा है कि जिले के थानागाजी में किसानों की संख्या करीब 30 हजार है जबकि सम्मान निधि की राशि 74 हजार किसानों के खातों में गई है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.

PM Kisan Samman Nidhi in Alwar, Crores of scam in PM Kisan Samman Nidhi
पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों का घोटाला.
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Published : Jun 10, 2022, 7:13 PM IST

अलवर. अलवर में पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों रुपए का घोटाला (Crores of scam in PM Kisan Samman Nidhi) सामने आया है. जिले के थानागाजी में आबादी के हिसाब से 30 हजार किसान हैं, जबकि 74 हजार किसानों के खाते में इस योजना का पैसा डाला गया है. इसमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल व आंध्र प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों के रहने वाले लोग शामिल हैं. मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के खाते में पैसे डाले जाते हैं. अलवर में पीएम किसान सम्मान निधि में 29 करोड़ रुपए का घोटाला (29 crores scam of pm Kisan Samman Nidhi in Alwar) सामने आया है. जिले के थानागाजी की आबादी करीब एक लाख 60 हजार है. इसमें से 30 हज़ार किसान हैं, लेकिन सम्मान निधि के तहत 74 हजार किसानों के खाते में केंद्र सरकार की तरफ से पैसे जमा किए गए हैं. थानागाजी के अलावा जिले की अन्य विधानसभाओं में भी इस तरह के मामले मिले हैं.

पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों का घोटाला.

पढ़ें. RBSE Fraud Case : 72 लाख रुपए के रद्दी घोटाले में तीन अफसरों को क्लीन चिट देने पर भड़के कर्मचारी, जलाई आदेश की कॉपी

अधिकारियों ने दर्ज कराया मुकदमा
पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र लोगों का स्थानीय पटवारी व तहसीलदार की तरफ से भौतिक सत्यापन होता है, लेकिन जिले में यह कार्य ठीक से नहीं किया गया. इसके चलते बड़ा घोटाला हुआ है. मामले की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों की ओर से थानागाजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके तहत पुलिस ने जांच शुरू की है. इस पूरे मामले पर अलवर जिला प्रशासन के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

जिनके खाते में पैसे डाले, उनके पते निकले फर्जी
प्रकरण में जिला प्रशासन के अधिकारी पल्ला झाड़ने में लगे हैं. जिन लोगों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा डाला गया है, उनके पते भी फर्जी पाए गए हैं. काफी तलाशने के बाद भी जिले के थानागाजी इलाके में वे लोग नहीं मिले. अलवर सहित पूरे प्रदेश से गड़बड़ी की शिकायतें मिल रहीं हैं तो किसान मामले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. किसानों को नियमानुसार पीएम किसान सम्मान निधि खातों में उपलब्ध कराई जाती है.

पढ़ें. राजस्थान संविदा कर्मी भर्ती घोटाला: गुजरात की एजेंसी का टेंडर रद्द, कर्मचारियों को हटाने के आदेश

इसके लिए भौतिक सत्यापन, आवेदन सहित कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. लेकिन उसके बाद भी अलवर में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह बड़ा घोटाला सामने आया है. हालांकि अब अधिकारी मामले की निष्पक्ष जांच कराने की बात कह रहे हैं. फिर भी करीब 29 करोड़ की रिकवरी कैसे होगी. इस बारे में अभी तक कोई बोलने को तैयार नहीं है. अलवर के एक ब्लॉक में इस तरह के हालात हैं तो पूरे प्रदेश में और बड़ी गड़बड़ी की कल्पना की जा सकती है.

क्या है आवेदन की प्रक्रिया: पीएम किसान निधि फंड के लिए किसान को ईमित्र पोर्टल से आवेदन करना पड़ता है. आवेदन ऑनलाइन तहसीलदार के पास पहुंचता है. पटवारी मौके पर पहुंचकर उसका भौतिक सत्यापन करता है और रिपोर्ट पेश करता है जिसके आधार पर उस आवेदन ऑनलाइन अप्रूव किया जाता है. उसके बाद यह आवेदन केंद्र सरकार के कृषि विभाग के पास पहुंचता है और फिर वहां से किसानों के खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर दिए जाते हैं.

पढ़ें. पीपलखूंट में कथित खान आवंटन घोटाला, भाजपा की मांग- एसीबी से जांच कराए सरकार

कैसे करें पीएम किसान निधि फंड के लिए आवेदन
आवेदन के समय किसान को आधार कार्ड, अपना निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाते की डिटेल सहित कई अन्य जानकारियां दर्ज करनी पड़ती हैं. इसमें किसान को अपनी जमीन के बारे में भी एंट्री करनी पड़ती है. इसके अलावा फोटो भी अपलोड करनी पड़ती है.

योजना में किसान को मिलता है सालाना 6 हजार
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार देश के किसानों के अकाउंट में 6 हजार रुपये सालाना ट्रांसफर करती है. हर 4 महीने में किसानों के अकाउंट में 2,000 रुपए ट्रांसफर किए जाते हैं. इसके अलावा किसान पंचायत सचिव या पटवारी या स्थानीय कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं.

जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि इस मामले की एफआईआर फरवरी में दर्ज हुई थी. जांच अधिकारी ने इसकी पड़ताल की तो मामला हजारों लोगों से जुड़े होने का सामने आया है. इसलिए थोड़ा समय लग रहा है. हालांकि इस पूरे मामले की जांच के लिए एक स्पेशल टीम का गठन भी कर दिया गया है.

अलवर. अलवर में पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों रुपए का घोटाला (Crores of scam in PM Kisan Samman Nidhi) सामने आया है. जिले के थानागाजी में आबादी के हिसाब से 30 हजार किसान हैं, जबकि 74 हजार किसानों के खाते में इस योजना का पैसा डाला गया है. इसमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल व आंध्र प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों के रहने वाले लोग शामिल हैं. मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के खाते में पैसे डाले जाते हैं. अलवर में पीएम किसान सम्मान निधि में 29 करोड़ रुपए का घोटाला (29 crores scam of pm Kisan Samman Nidhi in Alwar) सामने आया है. जिले के थानागाजी की आबादी करीब एक लाख 60 हजार है. इसमें से 30 हज़ार किसान हैं, लेकिन सम्मान निधि के तहत 74 हजार किसानों के खाते में केंद्र सरकार की तरफ से पैसे जमा किए गए हैं. थानागाजी के अलावा जिले की अन्य विधानसभाओं में भी इस तरह के मामले मिले हैं.

पीएम किसान सम्मान निधि में करोड़ों का घोटाला.

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अधिकारियों ने दर्ज कराया मुकदमा
पीएम किसान सम्मान निधि के पात्र लोगों का स्थानीय पटवारी व तहसीलदार की तरफ से भौतिक सत्यापन होता है, लेकिन जिले में यह कार्य ठीक से नहीं किया गया. इसके चलते बड़ा घोटाला हुआ है. मामले की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों की ओर से थानागाजी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके तहत पुलिस ने जांच शुरू की है. इस पूरे मामले पर अलवर जिला प्रशासन के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

जिनके खाते में पैसे डाले, उनके पते निकले फर्जी
प्रकरण में जिला प्रशासन के अधिकारी पल्ला झाड़ने में लगे हैं. जिन लोगों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा डाला गया है, उनके पते भी फर्जी पाए गए हैं. काफी तलाशने के बाद भी जिले के थानागाजी इलाके में वे लोग नहीं मिले. अलवर सहित पूरे प्रदेश से गड़बड़ी की शिकायतें मिल रहीं हैं तो किसान मामले की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. किसानों को नियमानुसार पीएम किसान सम्मान निधि खातों में उपलब्ध कराई जाती है.

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इसके लिए भौतिक सत्यापन, आवेदन सहित कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. लेकिन उसके बाद भी अलवर में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह बड़ा घोटाला सामने आया है. हालांकि अब अधिकारी मामले की निष्पक्ष जांच कराने की बात कह रहे हैं. फिर भी करीब 29 करोड़ की रिकवरी कैसे होगी. इस बारे में अभी तक कोई बोलने को तैयार नहीं है. अलवर के एक ब्लॉक में इस तरह के हालात हैं तो पूरे प्रदेश में और बड़ी गड़बड़ी की कल्पना की जा सकती है.

क्या है आवेदन की प्रक्रिया: पीएम किसान निधि फंड के लिए किसान को ईमित्र पोर्टल से आवेदन करना पड़ता है. आवेदन ऑनलाइन तहसीलदार के पास पहुंचता है. पटवारी मौके पर पहुंचकर उसका भौतिक सत्यापन करता है और रिपोर्ट पेश करता है जिसके आधार पर उस आवेदन ऑनलाइन अप्रूव किया जाता है. उसके बाद यह आवेदन केंद्र सरकार के कृषि विभाग के पास पहुंचता है और फिर वहां से किसानों के खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर दिए जाते हैं.

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कैसे करें पीएम किसान निधि फंड के लिए आवेदन
आवेदन के समय किसान को आधार कार्ड, अपना निवास प्रमाण पत्र, बैंक खाते की डिटेल सहित कई अन्य जानकारियां दर्ज करनी पड़ती हैं. इसमें किसान को अपनी जमीन के बारे में भी एंट्री करनी पड़ती है. इसके अलावा फोटो भी अपलोड करनी पड़ती है.

योजना में किसान को मिलता है सालाना 6 हजार
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार देश के किसानों के अकाउंट में 6 हजार रुपये सालाना ट्रांसफर करती है. हर 4 महीने में किसानों के अकाउंट में 2,000 रुपए ट्रांसफर किए जाते हैं. इसके अलावा किसान पंचायत सचिव या पटवारी या स्थानीय कॉमन सर्विस सेंटर के जरिए इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं.

जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि इस मामले की एफआईआर फरवरी में दर्ज हुई थी. जांच अधिकारी ने इसकी पड़ताल की तो मामला हजारों लोगों से जुड़े होने का सामने आया है. इसलिए थोड़ा समय लग रहा है. हालांकि इस पूरे मामले की जांच के लिए एक स्पेशल टीम का गठन भी कर दिया गया है.

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