उज्जैन। बड़नगर रोड स्थित एक कबाड़ी वाले की दुकान से जय किसान फसल ऋण माफी योजना के प्रमाण पत्र मिलने से हंगामा मच गया. जिसके बाद यहां कांग्रेस पार्टी इस मामले को लेकर बचाव करती नजर आई, तो वहीं देर रात गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा उज्जैन पहुंचे और इस घटना को लेकर कमलनाथ सरकार पर तंज कसा. गृह मंत्री ने कहा कि एक भी किसान ऐसा खड़ा कर दो जिसका कर्ज माफ हुआ हो. फिलहाल प्रमाण पत्र मिलने के बाद कबाड़ी वाले ने सभी प्रमाण पत्रों को आग के हवाले कर दिया. जिसका वीडियो भी सामने आया है.
- कांग्रेसी नेता के घर पहुंचे प्रमाण पत्र
घटना की खबर लगते ही कांग्रेस के कई नेता कबाड़ी वाले की दुकान पर पहुंचे. जो प्रमाण पत्र जलने से बच गए वह कांग्रेसी अपने साथ ले गए. नाम नहीं छापने की शर्त पर एक नेता ने बताया कि जल्द ही इसे भोपाल स्थित कांग्रेस कार्यालय में भेजा जाएगा. इधर, कबाड़ी ने अपनी सफाई में कहा कि मुझे इंदौर से पूरी रद्दी का माल बैंक ने नष्ट करने के लिए दिया था. इसलिए हमने इस पूरे एसीपी की सीट को जला दिया. बचे हुए प्रमाण पत्र कुछ कांग्रेसी नेता अपने साथ ले गए.
- ये है पूरा मामला
कबाड़ी वाले ने बताया कि इंदौर की एक बैंक ने रद्दी भेजी थी. जो कि एसीपी सीट पर बनी किसानों के जय किसान फसल ऋण माफी योजना के प्रमाण पत्रों की रद्दी थी. इसे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों को बांटने के लिए छपवाया था. इस शीट पर तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की तस्वीर है. इस पर बड़े शब्दों में किसान सम्मान पत्र लिखा है. नीचे पूर्व सीएम कमलनाथ के हस्ताक्षर हैं. बात बड़ी इसलिए है क्योंकि कांग्रेस सरकार किसानों के ऋण माफी के नाम पर बनी और दावा किया गया सब किसानों का ऋण 10 दिन में माफ किया जाएंगा. अगर सब के ऋण माफ हुए हैं, तो रद्दी में पड़े इन प्रमाण पत्रों का जिम्मेदार कौन है.