टीकमगढ़। प्रदेश सरकार ने भले ही उचित मूल्य पर किसानों के अनाज की खरीदी शुरू कर दी हो, लेकिन टीकमगढ़ जिले के किसानों को खरीद केंद्रों से वापस आना पड़ रहा है. किसानों का आरोप है कि सर्वेयर द्वारा गेहूं पास कराने के लिए 100 रूपय प्रति क्विंटल पैसे की मांग की जा रही है. वहीं तुलाई के लिए पैसे देने पड़ रहे है. सर्वेयर को पैसे नहीं देने पर उनका गेहूं रिजेक्ट कर दिया जाता है. जिससे उन्हें परेशान होकर गेहूं केंद्र से वापस लौटना पड़ रहा है.
दरअसल, टीकमगढ़ जिला प्रशासन ने अनाज खरीदी करने के लिए 113 केंद्र बनाए हैं. सभी खरीद केंद्र 15 अप्रैल से चालू किये गये है. लेकिन किसानों की फसल रिजेक्ट कर दिए जाने की वजह से उन्हें वापस आना पड़ रहा है. किसानों का आरोप है कि, खरीदी केंद्र पर 100 रुपये प्रति क्विटल गेहूं को पास करने का सर्वेयर को देना पड़ता है. वहीं 20 से 30 रुपये प्रति क्विटल तुलाई का देना पड़ता है, इसके बाद किसान अपनी फसल को बेच पाते हैं.
किसानों ने बताया कि, समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर किसानों का अनाज 1925 रुपए प्रति क्विटल की दर से खरीदा जा रहा है. इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं. लेकिन खरीदी केंद्र के प्रभारी ने बताया कि, यहां पर किसानों के साथ किसी भी तरह की रिश्वत नहीं ली जा रही है. नियम के अनुसार ही अनाज की खरीदी की जा रही है. उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. हालांकि किसानों का कहना है, उनसे लगातार रिश्वत मांग की जा रही है.