शिवपुरी। एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हुई है, जहां एक प्रसूता को अस्पताल में भर्ती करने के लिए ले जाने के लिए 108 एंबुलेंस को देर रात फोन लगाया गया, लेकिन एंबुलेंस सुबह बजे पहुंच सकी, जिसके बाद प्रसूता ने रास्ते में ही एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया.
रात भर में भी नहीं पहुंच सकी एंबुलेंस: कोलारस जनपद पंचायत के ग्राम पडोंदा ईश्वरपुरा निवासी औशपाल आदिवासी ने बताया कि उसकी पत्नी सुखवती आदिवासी को बीती रात प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद उसने रात 11 बजे 108 एंबुलेंस को फोन लगाया. जब एक घंटे के बाद भी 108 एंबुलेंस नहीं पहुंची तो उसने एंबुलेंस को दो बार फोन लगाया लेकिन रात भर गुजर जाने के बाद भी एंबुलेंस उसकी पत्नी को लेने उसके गांव नहीं पहुंची. वहीं प्रसूता सोमवती आदिवासी की सास ने बताया कि उसकी बहू रात भर दर्द से तड़पती रही और उनके परिजन रात भर बहू की पीड़ा को देखते रहे और कुछ ना कर सके.
रात बुलाई सुबह पहुंची एम्बुलेंस, एम्बुलेंस में ही जन्मी बच्चा: सुखवती आदिवासी के पति ने बताया कि रात भर एंबुलेंस नहीं आई, जिसके बाद एंबुलेंस सुबह 8 बजे उसके गांव पहुंची, तब कहीं जाकर उसने अपनी पत्नी और उसकी मां को एंबुलेंस में बिठाकर कोलारस के स्वास्थ्य केंद्र के लिए रवाना किया. वहीं सुखवती की सास ने बताया कि जब वह गांव से निकलकर अस्पताल की ओर जा रहे थे तो कुछ ही किलोमीटर दूर खरई गांव के पास उसकी बहू ने एंबुलेंस में ही एक बच्चे को जन्म दिया. जिसके बाद उसे एंबुलेंस की मदद से कोलारस के स्वास्थ्य केंद्र लाया गया.
जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं, सुखवती को पुत्र प्राप्ति हुई है. हालांकि 108 एंबुलेंस किस वजह से समय पर गांव नहीं पहुंच सकी है ये मुझे पता नहीं है.
-अलका त्रिवेदी, बीएमओ, कोलारस स्वास्थ्य केंद्र