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नगर निगम की लापरवाही और ठंड से 24 गायों की मौत - Two dozen cows died in morena

मुरैना में ठंड के कहर और नगर निगम की लापरवाही के चलते देवरी गौशाला में रोजाना 8 से 10 गायों की मौत हो रही है.

Two dozen cows died due to municipal negligence and cold in morena
नगर निगम की लापरवाही और ठंड से दो दर्जन गायों की मौत
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Published : Dec 31, 2019, 2:11 PM IST

Updated : Dec 31, 2019, 5:37 PM IST

मुरैना। जिले की देवरी गौशाला में कड़ाके की ठंड के चलते करीब 24 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है, वहीं एक दर्जन गायों की हालत गंभीर है. बताया जा रहा है कि गौशाला में रोजाना 8 से 10 गायों की मौत हो रही है. गायों की मौत का कारण ठंड और भूसा-चारे की कमी बताया जा रहा है.

नगर निगम की लापरवाही और ठंड से 24 गायों की मौत


देवरी गौशाला में ठंड से गायों के बचाव के लिए कोई साधन नहीं है. वहीं टीनशेड की कमी के चलते इस कड़कड़ाती ठंड में गायों को खुले में रखना पड़ता है, जो गायों की मौत का बड़ा कारण है. वहीं कर्मचारियों की कमी के चलते गायों की देखभाल नहीं हो पाती है. गौशाला में रात के समय सिर्फ तीन से चार कर्मचारी ही रहते हैं. बताया जा रहा है कि भूसा ठेकेदार का नगर निगम पर 40 लाख से अधिक का बकाया है, जिसके चलते गौशाला को भूसा नहीं मिल रहा है.


गौशाला प्रभारी ललित शर्मा का कहना है कि गाय ठंड से नहीं बल्कि बीमारी से मर रहीं हैं. उनका कहना है कि नगर निगम में बजट की कमी के चलते टीन शेड निर्माण करने वाले ठेकेदार का भुगतान नहीं हो पाया है, जिसके चलते गायों को खुले में रखना पड़ रहा है. वहीं गौशाला के कर्मचारी ने तंज कसते हुए कहा कि महापौर के आशीर्वाद से पशु चिकित्सक भी आठ दिन में एक बार ही आते है. उसमें भी सही तरीके से गायों का इलाज नहीं करते हैं. वहीं उन्होंने भूसे के सवाल पर कहा कि ठेकेदार का कुछ पैमेंट कर दिया है जल्द ही गौशाला में भूसा उपलब्ध करवा दिया जाएगा.

मुरैना। जिले की देवरी गौशाला में कड़ाके की ठंड के चलते करीब 24 से अधिक गायों की मौत हो चुकी है, वहीं एक दर्जन गायों की हालत गंभीर है. बताया जा रहा है कि गौशाला में रोजाना 8 से 10 गायों की मौत हो रही है. गायों की मौत का कारण ठंड और भूसा-चारे की कमी बताया जा रहा है.

नगर निगम की लापरवाही और ठंड से 24 गायों की मौत


देवरी गौशाला में ठंड से गायों के बचाव के लिए कोई साधन नहीं है. वहीं टीनशेड की कमी के चलते इस कड़कड़ाती ठंड में गायों को खुले में रखना पड़ता है, जो गायों की मौत का बड़ा कारण है. वहीं कर्मचारियों की कमी के चलते गायों की देखभाल नहीं हो पाती है. गौशाला में रात के समय सिर्फ तीन से चार कर्मचारी ही रहते हैं. बताया जा रहा है कि भूसा ठेकेदार का नगर निगम पर 40 लाख से अधिक का बकाया है, जिसके चलते गौशाला को भूसा नहीं मिल रहा है.


गौशाला प्रभारी ललित शर्मा का कहना है कि गाय ठंड से नहीं बल्कि बीमारी से मर रहीं हैं. उनका कहना है कि नगर निगम में बजट की कमी के चलते टीन शेड निर्माण करने वाले ठेकेदार का भुगतान नहीं हो पाया है, जिसके चलते गायों को खुले में रखना पड़ रहा है. वहीं गौशाला के कर्मचारी ने तंज कसते हुए कहा कि महापौर के आशीर्वाद से पशु चिकित्सक भी आठ दिन में एक बार ही आते है. उसमें भी सही तरीके से गायों का इलाज नहीं करते हैं. वहीं उन्होंने भूसे के सवाल पर कहा कि ठेकेदार का कुछ पैमेंट कर दिया है जल्द ही गौशाला में भूसा उपलब्ध करवा दिया जाएगा.

Intro:एंकर - मध्यप्रदेश सरकार गायों के प्रति सजग है वहीं मुरैना जिले की देवरी गौशाला में कड़ाके की ठंड के चलते करीब 2 दर्जन से अधिक गायों की मौत हो चुकी है।एक दर्जन गायों की हालत गंभीर है।वे मरणासन्न हालात में है, हालांकि आंकड़ों की बात करें तो 8 से 10 गायों कि मौत गौशाला में प्रतिदिन हो रही है। मौत का कारण ठंड और गायों के लिए भूसा की कमी है।गौशाला में ठंड के बचाव के लिए कोई साधन नहीं है, गौशाला में टीनशेड की कमी के कारण गाय ज्यादातर खुले में रहती है।एक ये भी बड़ा मौत का कारण है।गौशाला में जो दुर्घटनाग्रस्त गाय आती है उनकी मौत की संख्या अधिक है।जिसका कारण गौशाला में कर्मचारियों की कमी है इसलिए गायों की देखभाल नही हो पाती है।रात में सिर्फ तीन चार कर्मचारी रहते हैं। हालांकि गौशाला के अधिकारी ललित शर्मा की मानें तो वह भी गायों की मौत का कारण ठंड नही मान रहे है।जो गाय दुर्घटनाग्रस्त गाय है उनकी मौत हो रही है, उन्होंने बताया कि नगर निगम में पैसे की कमी है।इसलिए ठेकेदार का कुछ भुगतान करा दिया गया है।गाय खुले में रह रही है।महापौर के आर्शीवाद से पशु चिकित्सक भी आठ दिन में एक बार ही आते है। वो भी सही तरीके से गायों का इलाज नही कर पाते है, मौत का एक और ये भी कारण है। अब देखना ये होगा नगर निगम गायों के प्रति कितना संवेदनशील है।


Body:वीओ1 - मुरैना नगरनिगम के रिकॉर्ड में गौशाला परिसर में करीब 14 सौ गाय हैं। लेकिन वर्तमान में वहां करीब 1 हजार गाय हैं। उनमें से करीब 5 सौ गायों को 1 सप्ताह पूर्व कुछ किसान गौशाला में छोड़कर गए हैं, यहां कुप्रबंधन के चलते कड़ाके की ठंड के कारण आए दिन गायों की मौत हो रही है।इसमें बाहर से आई दुर्घटनाग्रस्त गाय भी शामिल है जिसमें गायों कि मौत के पीछे उनकी उचित देखभाल ना होने का भी एक बड़ा कारण भी सामने आया है। गौशाला के भूसा ठेकेदार का नगरनिगम पर 40 लाख से अधिक बकाया होने की वजह से गौशाला में भूसा नही आ पा रहा है। एक कारण भूसे की कमी भी है,गौशाला में 10 कर्मचारी तैनात हैं जिनमें से रात में गार्ड सहित तीन लोग रहते हैं। गौशाला पहुंच कर देखा गया वहां मृत गायों को जेसीबी से नगरनिगम डंपर में डालकर ले जा रहे हैं। गौशाला में प्रतिदिन 8 से 10 गायों की मौत हो रही है।हालांकि इस पूरे मामले में नगरनिगम के अधिकारी व्यवस्था के बड़े-बड़े दावे कर रहा हैं लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।


बाइट1 - हरिओम डंडोतिया - कर्मचारी गौशाला।


Conclusion:वीओ2 - देवरी गौशाला में हो रही गायों की मौत के सवाल पर गौशाला प्रभारी ललित शर्मा का कहना है कि गौशाला में जो गायों की मौत हो रही है उनमें दुर्घटनाग्रस्त गायों की संख्या अधिक है ठंड के कारण घायल गायों की मौत हो रही है।ये भी कारण है,भूसा के सवाल पर अधिकारियों का कहना है कि नगरनिगम में पैसे की कमी है फिर भी ठेकेदार का 2 लाख के करीब पेमेंट करा दिया है।साथ ही गौशाला में कुछ टीनशेड भी लगाए जा रहे है जिससे गाय के लिए छाया की व्यवस्था हो सके।गौशाला प्रभारी व्यवस्थाओं के बड़े बड़े दावा बता रहे है लेकिन नगरनिगम की पोल खुलती नजर आ रही है।

बाइट2 - ललित शर्मा - प्रभारी देवरी गौशाला मुरैना।
Last Updated : Dec 31, 2019, 5:37 PM IST
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