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आदर्श आचार संहिता लागू होने से एक बार फिर अधर में लटका अवैध कॉलोनियों को वैध करने का मामला

इलाके की 52 कॉलोनियां लंबे अरसे से अवैध है. इन कॉलोनियों के लोग पिछले 25 सालों से इनकी वैधता और मूलभूत सुविधाओं के विकास की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब आचार संहिता लगने से इन कॉलोनियों के लोग पेयजल, नाली निर्माण और डामरीकरण जैसी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. वहीं आचार संहिता का जिक्र करते हुए पालिका सीएमओ आरपी मिश्रा ने फिलहाल कॉलोनी की वैधता की कार्रवाई से इनकार किया है.

अवैध कॉलोनियां
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Published : Mar 12, 2019, 11:57 PM IST

मंदसौर। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की वजह से शहर की अवैध कॉलोनियों को वैध करने की कार्रवाई एक बार फिर अधर में लटक गई है. नगर पालिका बजट सत्र के दौरान अप्रूवल की संभावना लग रही थी, लेकिन अब आदर्श आचार संहिता के पालन के चलते शहर की तमाम 52 अवैध कॉलोनियों को वैध करने का मामला टल गया है.

डेढ़ लाख लोगों की आबादी वाले इस शहर के नाहरसैयद, संजीत नाका, कीटियानी क्षेत्र और खानपुरा, इलाके की 52 कॉलोनियां लंबे अरसे से अवैध है. इन कॉलोनियों के लोग पिछले 25 सालों से इनकी वैधता और मूलभूत सुविधाओं के विकास की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब आचार संहिता लगने से इन कॉलोनियों के लोग पेयजल, नाली निर्माण और डामरीकरण जैसी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. वहीं आचार संहिता का जिक्र करते हुए पालिका सीएमओ आरपी मिश्रा ने फिलहाल कॉलोनी की वैधता की कार्रवाई से इनकार किया है.

बता दे, पालिका परिषद ने विधानसभा चुनाव के पहले ही इस मुद्दे पर मीटिंग करते हुए सभी कॉलोनियों को सशर्त वैध करने का फैसला लिया था. इसी दौरान 17 जनवरी की शाम नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हुई हत्या की घटना के बाद परिषद इस विषय का प्रस्ताव पास नहीं कर पाई.

मंदसौर। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की वजह से शहर की अवैध कॉलोनियों को वैध करने की कार्रवाई एक बार फिर अधर में लटक गई है. नगर पालिका बजट सत्र के दौरान अप्रूवल की संभावना लग रही थी, लेकिन अब आदर्श आचार संहिता के पालन के चलते शहर की तमाम 52 अवैध कॉलोनियों को वैध करने का मामला टल गया है.

डेढ़ लाख लोगों की आबादी वाले इस शहर के नाहरसैयद, संजीत नाका, कीटियानी क्षेत्र और खानपुरा, इलाके की 52 कॉलोनियां लंबे अरसे से अवैध है. इन कॉलोनियों के लोग पिछले 25 सालों से इनकी वैधता और मूलभूत सुविधाओं के विकास की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब आचार संहिता लगने से इन कॉलोनियों के लोग पेयजल, नाली निर्माण और डामरीकरण जैसी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं. वहीं आचार संहिता का जिक्र करते हुए पालिका सीएमओ आरपी मिश्रा ने फिलहाल कॉलोनी की वैधता की कार्रवाई से इनकार किया है.

बता दे, पालिका परिषद ने विधानसभा चुनाव के पहले ही इस मुद्दे पर मीटिंग करते हुए सभी कॉलोनियों को सशर्त वैध करने का फैसला लिया था. इसी दौरान 17 जनवरी की शाम नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हुई हत्या की घटना के बाद परिषद इस विषय का प्रस्ताव पास नहीं कर पाई.

Intro: मंदसौर। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की वजह से शहर की अवैध कॉलोनियों को वैध करने की कार्रवाई एक बार फिर झुल में लटक गई है। डेढ़ महीने पहले हुई नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की हत्या के बाद से अधर में लटके इस मामले के, नगर पालिका बजट सत्र के दौरान अप्रूवल की संभावना लग रही थी। लेकिन अब आदर्श आचार संहिता के पालन के चलते शहर की तमाम 52 अवैध कॉलोनियों को वैध करने का मामला टल गया है।


Body:डेढ़ लाख लोगों की आबादी वाले इस शहर के नाहरसैयद ,संजीत नाका, कीटियानी क्षेत्र और खानपुरा,इलाके की 52 कालोनियां लंबे अरसे से अवैध है। इन कालोनियों के लोग पिछले 25 सालों से इनकी वैधता और मूलभूत सुविधाओं के विकास की मांग कर रहे हैं ।हालांकि पालिका परिषद ने विधानसभा चुनाव के पहले ही इस मुद्दे पर मीटिंग करते हुए सभी कालोनियों को सशर्त वैध करने का फैसला लिया था। इसी दौरान 17 जनवरी की शाम नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हुई हत्या की घटना के बाद परिषद इस विषय का प्रस्ताव पास नहीं कर पाई । और अब आचार संहिता लगने से इन कालोनियों के लोग पेयजल, नाली निर्माण और डामरीकरण जैसी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं । इन कॉलोनी वासियों ने जल्द ही अपने इलाकों में विकास का काम शुरू करने की मांग उठाई ।वहीं आचार संहिता का जिक्र करते हुए पालिका सीएमओ आरपी मिश्रा ने फिलहाल कॉलोनी की वैधता की कार्रवाई से इंकार किया है ।
byte 1:चैन राम चौहान, स्थानीय नागरिक, गुलमोहर कॉलोनी मंदसौर
byte 2: शहजाद बी, स्थानीय महिला, अरोरा कॉलोनी मंदसौर
byte 3 : आर पी मिश्रा, सीएमओ नगर पालिका मंदसौर



विनोद गौड़, मंदसौर


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