रायसेन। कोरोना महामारी के चलते इस साल गेहूं खरीदी केंद्रों पर खरीदी देरी से शुरू हुई, जिसके चलते किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. वहीं अब अगले तीन दिनों तक बैंक की छुट्टी है. जिसके चलते किसान पैसा निकालने के लिए बैंक की लाइन में लगे हुए हैं. पहले तो हफ्तों तक इन किसानों के खातों में फसल की राशि नहीं आई, अब पैसा जब खातों में आ गया है, तो तपती धूप में इन्हें लाइन में खड़ा रहकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है. इसके लिए स्थानीय प्रशासन ने भी कोई इंतजाम नहीं किए हैं.
आलम यह है कि महामाया चौक स्थित जिला सहकारी बैंक की शाखा के बाहर एक किलोमीटर से भी लंबी लाइन लगी हुई है. जहां सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की भी अनदेखी की जा रही है. यहां व्यवस्था के नाम पर केवल चंद पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो किसानों को लाइन में खड़ा कर रहा है. हैरत की बात है कि किसानों को अपनी उपज की पैसे निकालने के लिए इतनी जद्दोजहद करनी पड़ रही है और प्रशासन मूकदर्शन बना हुआ है.
किसानों का कहना है कि 8 दिनों से बैंक में भुगतान को लेकर यही स्थिति बनी हुई है. लोग लाइन लगाकर खड़े होते हैं, लेकिन कई किसानों को पैसा नहीं मिलने पर खाली हाथ लौट जाना पड़ता हैं. वही इन किसानों के सामने लॉकडाउन के कारण आर्थिक तंगी के साथ-साथ अब धान की फसल की तैयारी करने की समस्या भी खड़ी हो गई है. वहीं अब तीन दिनों तक बैंकों की छुट्टी होने के चलते एक और समस्या आन पड़ी है. प्रशासन को उम्मीद है कि सोमवार से गेंहू खरीदी बंद होने के चलते नए किसान भुगतान के लिए नहीं आएंगे. वहीं जिन किसानों का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है., वह निर्धारित समय पर आकर भुगतान कर लें.