झाबुआ। झाबुआ में आयोजित आदिवासी स्वाभिमान यात्रा के समापन कार्यक्रम में कांग्रेस ने आदिवासियों पर अत्याचार का मुद्दा उठाने के साथ अपनी सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि भी पेश कर दी. जिसका उदाहरण था कि मंच पर कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ भगवान हनुमान बने कलाकार को खास तौर पर खड़ा किया गया. वहीं पूर्व सीए व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कई बार बागेश्वर धाम सरकार का नाम लिया. इससे पहले वे हिंदू राष्ट्र को लेकर भी बोले कि आज 82 प्रतिशत हमारे देश में हिंदू हैं तो ये कौन सा राष्ट्र है. सांप्रदायिक ताकतों से हमारा मुकाबला है. हम सेकुलर हैं. संविधान में जो लिखा है, हम वो कहते हैं.
झाबुआ में हुआ आदिवासी यात्रा का समापन: दरअसल, पिछले दिनों प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर आदिवासियों के साथ हुई घटनाओं को मुद्दा बनाते हुए युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया, आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम और आदिवासी कांग्रेस महिला प्रभाग प्रदेश अध्यक्ष चंदा सरवटे के नेतृत्व में 19 जुलाई को सीधी जिले से आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकाली गई थी. यह यात्रा झाबुआ सहित कुल 17 जिलों की 36 विधानसभा क्षेत्र में पहुंची. सोमवार को यात्रा का झाबुआ में समापन हुआ. यहां पूर्व सीएम कमलनाथ ने दो से तीन बार छिंदवाड़ा में चल रही बागेश्वर धाम सरकार की कथा का जिक्र किया. उनके हवाले से ये भी कहा कि बागेश्वर धाम सरकार ने कहा है "ये कथा आदिवासी सम्मान के लिए हो रही है."
एमपी की तस्वीर सबके सामने: इसके बाद उन्होंने केंद्र की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा "आज प्रदेश की तस्वीर सबके सामने है. अपना एमपी आदिवासियों पर अत्याचार में नंबर वन हो गया है. अत्याचार के साथ अपमान भी किया जा रहा है. अब ये तस्वीर बदलनी है. ये स्वाभिमान की लड़ाई हमें लड़नी होगी. आपका स्वाभिमान होगा, जब आपको बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी. मैं आपसे केवल इतना ही कहना चाहता कि चार महीने बाद चुनाव होना है. ये चुनाव किसी पार्टी या उम्मीदवार का नहीं है. ये चुनाव प्रदेश के भविष्य का और आदिवासी समाज के भविष्य का है. हमारी सरकार बनी और 15 महीने चली. जिसमें से ढाई महीने आचार संहिता और लोकसभा चुनाव में गए, इसके बाद सौदा हो गया. मैं मुख्यमंत्री था, मैं भी सौदा कर सकता था, लेकिन मैंने कह दिया कि मैं सौदे पर कुर्सी पर नहीं बैठूंगा."
मैंने सौदे की राजनीति नहीं की: कमलनाथ ने कहा " मैंने एमपी की राजनीति की पहचान सौदे से नहीं होने दी और हमारी सरकार गिर गई. उन महीनों में कांग्रेस पार्टी ने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया. उन्होंने आगे कहा- आप कमलनाथ और कांग्रेस नहीं, सच्चाई का साथ दीजिए, क्योंकि सच्चाई ही आपका भविष्य बनाएगी. इस चुनाव में आप केवल एक पार्टी या एक प्रत्याशी नहीं चुन रहे, आप चुनेंगे कि एमपी किस रास्ते पर चलेगा. कैसा प्रदेश आप आने वाली पीढ़ियों को सौंपना चाहते हैं, ये आपको तय करना पड़ेगा. आपकी मांगों को प्राथमिकता कांग्रेस सरकार देगी."
विक्रांत भूरिया और अजय सिंह भी बोले: सभा में युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने कहा "ये यात्रा सामान्य यात्रा नहीं है. ये यात्रा हमारे आदिवासियों के स्वाभिमान, सम्मान और पहचान को लाने वाली यात्रा है. विक्रांत भूरिया ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा वे इतने बड़े फिल्म एक्टर हैं, हमें पता नहीं था. एक वीडियो वायरल होने पर वे पैर धोने का काम करते हैं. वे इवेंट मैनेजमेंट वाली सरकार चला रहे हैं." वहीं सभा में अजय सिंह राहुल भैया ने सीधी जिले की घटना का जिक्र किया. इसके साथ ही पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने भी अपनी बात रखी. इस अवसर पर एमपी के प्रभारी जेपी अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, झाबुआ विधायक व कांग्रेस के विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, महिला नेत्री शोभा ओझा, पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे. संचालन जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रांका ने किया.
इन सवालों के भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिए जवाब:
सवाल: उमंग सिंघार ने आदिवासी मुख्यमंत्री का मुद्दा उठाया है, आप इसे कैसे देखते हैं ?
जवाब: सबके अपने अपने विचार होते हैं. किस मकसद से उन्होंने ये बात कही है ये वो ही जाने.
सवाल: बागेश्वर धाम सरकार को आप छिंदवाड़ा लेकर आए. वो हिंदू राष्ट्र को लेकर मुहिम चला रहे हैं?
जवाब: मैं उन्हें लेकर नहीं आया. उन्होंने खुद अपना कार्यक्रम बनाया. उनकी इच्छा थी कि वे आएं. मेरे लाने की आवश्यकता नहीं थी. अगर वो आए हैं तो छिंदवाड़ा की जनता ने उन्हें बुलाया है. छिंदवाड़ा में उन्होंने हिंदू राष्ट्र जैसी कोई मांग नहीं उठाई. आज 82 प्रतिशत हमारे देश में हिंदू हैं तो ये कौन सा राष्ट्र है. सांप्रदायिक ताकतों से हमारा मुकाबला है. हम सेकुलर हैं. संविधान में जो लिखा है, हम वो कहते हैं. छिंदवाड़ा में अगले महीने प्रदीप मिश्रा भी आ रहे हैं.
सवाल: नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में झाबुआ-आलीराजपुर जिले में गरीबी के स्तर में कमी आई है, इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब: अगर सरकार का ध्यान वाकई में इस और होता तो झाबुआ का ये हाल नहीं होता. यहां बुनियादी सुविधाएं नहीं है.
सवाल: राहुल गांधी की सदस्यता फिर से बहाल कर दी गई है?
जवाब: सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते हैं.
सवाल: आप पर भाजपा भ्रष्टाचार के आरोप लगाती है ?
जवाब: मेरे राजनीतिक जीवन पर कोई सवाल नहीं उठा सकता. ये पहले कहते थे कि कमलनाथ 15 महीने का हिसाब दो. हिसाब और गवाह एमपी की जनता है. अब ये मेरे बारे में कुछ कह नहीं सकते तो जितना झूठ बोलना है बोलो.
सवाल: शिवराज सरकार पर कर्ज लेकर रेवड़ियां बांटने की बात कही जा रही है?
जवाब: उन्होंने 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए कर्ज लिया है. उसका ब्याज पटाने के लिए कर्ज लेना पड़ेगा. कितना कर्ज लेंगे अगले चार महीने में ये नहीं कह सकते. वे बड़े-बड़े ठेके देकर 25 प्रतिशत एडवांस देकर उसमें कमीशन लेंगे. ये कर्ज ले रहे हैं अपनी जेब भरने के लिए.
सवाल: हरियाणा और मणिपुर की घटना को कैसे देखते हैं?
जवाब: चुनाव के पहले इस तरह की घटनाएं बीजेपी करवाने की कोशिश करेगी. मणिपुर में क्या हो रहा है. करीब 90 दिन हो गए. वहां हिंसा का दौर जारी है. ये आदिवासी और गैर आदिवासी को बांटने का काम कर रहे हैं. वहां सरकार बीजेपी की है. मिलिट्री आपके पास है, फिर क्यों नहीं रोकते हिंसा. मणिपुर की घटना एक बीज बो रही है.
सवाल: कांग्रेस कितनी सीट जीतेगी?
जवाब: ये घोषणा करने का काम बीजेपी का है. सीटों का घोषणा करने प्रदेश की जनता करेगी.