झाबुआ। ग्राम हिड़ी बड़ी में बिना ड्राइंग डिजाइन अनुमोदन के किया जा रहा बैराज निर्माण अधिकारियों के गले की हड्डी बन गया है. इस मुद्दे पर भाजपा जिलाध्यक्ष भानू भूरिया, कांग्रेस से जिला पंचायत सदस्य विजय भाबर और जयस के जिलाध्यक्ष विजय डामोर ने एक साथ जल संसाधन विभाग की ईई नीलम मेड़ा पर हमला बोल दिया. नेताओं का कहना है झाबुआ जिले में शासन के कामों में भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे. हालांकि ईई नीलम मेड़ा का कहना है हमने ड्राइंग डिजाइन अनुमोदन के लिए भेज दी है, जो काम हो रहा है वह उसी के अनुरूप किया जा रहा है.
बैराज निर्माण में अनियमितता का आरोप: गौरतलब है कि ग्राम हिड़ी बड़ी में चार करोड़ 14 लाख की लागत से बैराज बनाया जा रहा है. इससे करीब 325 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी. बताया जाता है कि अगस्त 2022 में ठेकेदार और विभाग के बीच एग्रीमेंट हुआ था, लेकिन अब तक बैराज की ड्राइंग डिजाइन अप्रूव नहीं हो पाई है. इसके बावजूद ठेकेदार द्वारा नीव का काम तेजी से किया जा रहा है, ताकि बाद में अनियमितता को छुपाया जा सके. यह बात भी सामने आई है कि बैराज का टेंडर 585 लाख का था और यह ठेका धार जिले के आरआर अग्रवाल फर्म को 414 लाख में दिया गया है. लागत के अनुसार कार्य न करना पड़े, इसलिए जानबूझकर ठेकेदार ने 9 माह तक ड्राइंग डिजाइन का अनुमोदन ही नहीं कराया और कुछ दिन पूर्व गुपचुप तरीके से बैराज के बॉडी वॉल का निर्माण प्रारंभ कर दिया. इसके पीछे मकसद केवल यही है कि नीव की गहराई और चौड़ाई को बाद में अधिकारियों से साठ-गांठ कर पुरानी तारीख में ड्राइंग डिजाइन में कम ज्यादा कर शासन को गुमराह करते हुए अधिक लागत बताते हुए अतिरिक्त राशि स्वीकृत कराई जा सके.
भाजपा जिलाध्यक्ष पहुंचे मौके पर, जिम्मेदार अधिकारी नदारद: शनिवार सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया ग्राम हिड़ी बड़ी में निर्माणाधीन बैराज का अवलोकन करने पहुंच गए. मौके पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था. सुपरवाइजर का कहना था कि सब इंजीनियर छुट्टी पर हैं. भाजपा जिलाध्यक्ष ने साफ कह दिया इस निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और तब तक कार्य रोकने का अनुरोध करेंगे. झाबुआ जिले में इस प्रकार का घटिया निर्माण और भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे.
जिला पंचायत सदस्य ने लगाए गंभीर आरोप: दोपहर में कांग्रेस से जिला पंचायत सदस्य विजय भाबर ग्राम हिडी-बड़ी पहुंच गए. उन्होंने कार्य की गुणवत्ता को देखने के बाद कहा कि गरीबों का पैसा है और क्षेत्र के विकास के लिए आया है. आदिवासी और गरीबों का पैसा क्यों खा रहे हो. उन्होंने ग्रामीणों से भी इस मुद्दे पर आवाज उठाने का आह्वान किया. उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने ईई के पास अपनी गाड़ी अटैच कर रखी है. इससे ही मिलीभगत का पता चल जाता है. भाबर ने कहा कि अधिकारी और ठेकेदार मिलकर इस आदिवासी जिले को लूटने में लगे हैं. विभाग की ईई नीलम मेड़ा को झाबुआ जिले में 11 साल हो गए हैं. जबकि अन्य अधिकारियों का तीन साल में तबादला कर दिया जाता है.
जयस ने उठाया मुद्दा: ग्राम बड़ी हिड़ी के बैराज निर्माण के मुद्दे पर जयस ने भी मोर्चा खोल दिया है. जयस जिलाध्यक्ष विजय डामोर ने कहा इस मामले की जांच होनी चाहिए और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो जयस इस मुद्दे पर आंदोलन करेगा.
ड्राइंग डिजाइन अनुमोदन के लिए भेजी: बैराज की ड्राइंग डिजाइन सर्कल ऑफिस में अनुमोदन के लिए भेजी है. काम उसी के अनुसार किया जा रहा है. हमारा उद्देश्य केवल यही है कि बारिश के पहले यह काम हो जाए ताकि किसी तरह की परेशानी ना हो.