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स्वच्छता सर्वेक्षण में बुरी तरह पिछड़ा जबलपुर, उज्जैन और देवास जैसे छोटे शहर भी निकले आगे

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Published : Mar 6, 2019, 10:55 PM IST

स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में प्रदेश का जबलपुर शहर बुरी तरह से पिछड़ गया. स्वच्छता में जबलपुर का जहां प्रदेश में आठवां स्थान मिला तो वहीं देश में उसे 24वां स्थान मिला.

जबलपुर नगर निगम

जबलपुर। भारत सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ शहरों के नामों का एलान किया, जिसमें प्रदेश के दो शहर इंदौर और भोपाल को अहम स्थान मिला. लेकिन, संस्कारधानी कहा जाने वाला महाकौशल अंचल का जबलपुर शहर इसमें बुरी तरह से पिछड़ गया. जबलपुर को प्रदेश में आठवां तो देश में 24वां स्थान हासिल हुआ है.

गौरतलब है कि नगर निगम जबलपुर ने इस बार दावा किया था कि स्वच्छता सर्वे में संस्कारधानी को अच्छे अंक हासिल होंगे, लेकिन सारे दावे फेल नजर आए. खास बात ये है कि अरबों रुपये खर्च करने के बाद भी जबलपुर प्रदेश के ही छोटे शहरों उज्जैन, देवास, खरगोन और नागदा जैसे शहरों से मात खा गया. जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण पर इस बार जबलपुर में जोर-शोर से प्रचार किया जा रहा था. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि जबलपुर का स्वच्छता सर्वे केवल बैनर-पोस्टर तक ही सीमित रहा. हालांकि जबलपुर से आठ किलोमीटर दूर बने प्रदेश के पहले स्वच्छता पार्क को बेस्ट इनोवेशन का अवॉर्ड मिला है.

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कांग्रेस विधायक ने खड़े किए जबलपुर की रैकिंग पर सवाल

पैकेज
स्वच्छता सर्वे में जबलपुर को मिली रैंकिंग पर कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने सवालिया निशान खड़े किए हैं. उन्होंने शहर की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए स्वच्छता सर्वे की टीम पर भी सावलिया निशान खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि जबलपुर नगर निगम का स्वच्छ्ता सर्वेक्षण सिर्फ बैनर पोस्टर तक ही सीमित होकर रह गया है. जिस प्रकार से प्रचार-प्रसार किया जा रहा था, उस हिसाब से तो जबलपुर को नंबर-1 होना चाहिए था. लेकिन, हकीकत यह है कि आज पूरे शहर में जगह-जगह गंदगी देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से नगर निगम काम कर रहा है, उस पर ध्यान दिए जाने की जरुरत है.

जबलपुर। भारत सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ शहरों के नामों का एलान किया, जिसमें प्रदेश के दो शहर इंदौर और भोपाल को अहम स्थान मिला. लेकिन, संस्कारधानी कहा जाने वाला महाकौशल अंचल का जबलपुर शहर इसमें बुरी तरह से पिछड़ गया. जबलपुर को प्रदेश में आठवां तो देश में 24वां स्थान हासिल हुआ है.

गौरतलब है कि नगर निगम जबलपुर ने इस बार दावा किया था कि स्वच्छता सर्वे में संस्कारधानी को अच्छे अंक हासिल होंगे, लेकिन सारे दावे फेल नजर आए. खास बात ये है कि अरबों रुपये खर्च करने के बाद भी जबलपुर प्रदेश के ही छोटे शहरों उज्जैन, देवास, खरगोन और नागदा जैसे शहरों से मात खा गया. जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण पर इस बार जबलपुर में जोर-शोर से प्रचार किया जा रहा था. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि जबलपुर का स्वच्छता सर्वे केवल बैनर-पोस्टर तक ही सीमित रहा. हालांकि जबलपुर से आठ किलोमीटर दूर बने प्रदेश के पहले स्वच्छता पार्क को बेस्ट इनोवेशन का अवॉर्ड मिला है.

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कांग्रेस विधायक ने खड़े किए जबलपुर की रैकिंग पर सवाल

पैकेज
स्वच्छता सर्वे में जबलपुर को मिली रैंकिंग पर कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने सवालिया निशान खड़े किए हैं. उन्होंने शहर की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए स्वच्छता सर्वे की टीम पर भी सावलिया निशान खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि जबलपुर नगर निगम का स्वच्छ्ता सर्वेक्षण सिर्फ बैनर पोस्टर तक ही सीमित होकर रह गया है. जिस प्रकार से प्रचार-प्रसार किया जा रहा था, उस हिसाब से तो जबलपुर को नंबर-1 होना चाहिए था. लेकिन, हकीकत यह है कि आज पूरे शहर में जगह-जगह गंदगी देखने को मिल रही है. उन्होंने कहा कि जिस हिसाब से नगर निगम काम कर रहा है, उस पर ध्यान दिए जाने की जरुरत है.
Intro:जबलपुर
भारत सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ और साफ शहरों के नामो का एलान किया है।इस सर्वे ने राजधानी भोपाल और इंदौर को तो अहम स्थान मिला पर जबलपुर पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ।जबलपुर नगर निगम का स्वच्छ्ता सर्वेक्षण सिर्फ बैनर पोस्टर तक ही सीमित होकर रह गया।


Body:स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में संस्कारधानी जबलपुर का शहर राष्ट्रीय रैंकिंग में जहाँ #25 वे स्थान पर रहा तो वही प्रदेश में जबलपुर शहर की #8 वी रैंकिंग आई।खास बात ये है कि अरबो रु खर्च करने के बाद भी प्रदेश के छोटे शहरों से भी जबलपुर शहर मात खा गया।देश के टॉप 6 शहरों में देवास,उज्जैन, खरगोन और नागदा जैसे शहर ने अपना नाम काबिज किया है तो वही जबलपुर शहर इनके आसपास भी नही है।


Conclusion:स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में जबलपुर के पिछड़ने को लेकर कांग्रेस ने निगम में बैठी सत्ताधारी भाजपा को कोसा है।कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने कहा कि नगर निगम ने जितना प्रचार प्रसार किया दिखाया किया उस हिसाब से 1 नम्बर पर जबलपुर शहर को आना था वही आठवें स्थान पर भी शहर के आने पर इसे गंभीर बात कही है।कांग्रेस विधायक ने कहा कि शहर के हर तरफ गंदगी फैली हुई है जहाँ तहा पानी भरा हुआ है।नगर निगम में चल रहे कामो पर भी कांग्रेस विधायक में आपत्ति जताई है।
बाईट.1-विनय सक्सेना......विधायक,कांग्रेस
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