जबलपुर। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने जबलपुर के विवादास्पद पूर्व बिशप पीसी सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. देर रात ईडी की टीम उसके बंगले पर पहुंची और पीसी सिंह को गिरफ्तार कर सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां उसका मेडिकल चेकअप हुआ. इसके बाद उसे ईडी भोपाल लेकर चली गई. जहां 20 अप्रैल तक रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी. पीसी सिंह द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायस का डायरेक्टर था. उत्तर भारत के बड़े भूभाग का चर्च के पैसे का लेनदेन पीसी सिंह के माध्यम से ही होता था.
चर्च की प्रॉपर्टी बेची: ईसाई धर्म में उसे बिशप की उपाधि मिली हुई थी, लेकिन पीसी सिंह ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग कर चर्च की कई महंगी जमीनों को बेच दिया और इसके पैसे का इस्तेमाल खुद की संपत्ति को बढ़ाने में किया. इसके साथ ही पीसी सिंह ने कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से पढ़ाई के नाम पर बड़ी रकम ली लेकिन इसे भी फर्जी तरीके से ट्रांसफर कर अपनी परिवार के लोगों के अकाउंट में भेज दिया. इसी मामले में बीते दिनों प्रवर्तन निदेशालय ने पीसी सिंह के बंगले पर छापा मारा था और उससे 2 दिन तक पूछताछ की थी.
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ईडी को मिले पुख्ता सबूत : माना जाता है कि प्रवर्तन निदेशालय के हाथ पूछताछ में विदेशी पैसे के लेनदेन में हुए फर्जीवाड़े का कोई पुख्ता सबूत हाथ लगा है. इसी के बाद बिशप पीसी सिंह को रिमांड पर लिया गया है. मध्य प्रदेश आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो ने सबसे पहले पीपी सिंह के बंगले पर छापा मारा था. इसमें भी बड़े पैमाने पर सोसायटी के फंड के दुरुपयोग के आरोप पुख्ता हुए थे. इसके बाद पीसी सिंह को जेल भेज दिया गया था, जहां से वह अब तक जमानत पर बाहर था. उस केस की सुनवाई अभी चल ही रही थी कि अब प्रवर्तन निदेशालय ने उसके खिलाफ शिकंजा कस दिया है.