ग्वालियर। कोरोना महामारी के बाद केंद्र सरकार का 1 फरवरी को बजट पेश होने वाला है. इस बजट को लेकर देश के हर वर्ग को काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि साल 2020 में सबसे ज्यादा इस कोरोना संक्रमण से आम नागरिक परेशान हुआ है. इस महामारी के बाद लोगों की नौकरी छूट गई तो किसी का बजट पूरी तरह से बिगड़ गया. यही वजह है आम नागरिकों को अब आने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं. जिसको लेकर ईटीवी भारत ने आम नागरिकों ने बजट को लेकर उनकी राय जानी.
ग्वालियर के रहने वाले आम नागरिकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ी हुई है. इसमें सबसे ज्यादा आम नागरिक परेशान हैं. केंद्र सरकार को इस बजट में सबसे ज्यादा आम नागरिकों का ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इस महामारी में सबसे ज्यादा नौकरियां इन्हीं लोगों ने गवाई है. इस कारण इनकी रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हुआ है, इसलिए इस बजट में आम नागरिकों के लिए रोजगार के साधन मुहैया कराने का प्रावधान होना चाहिए. वहीं इस समय देश में महंगाई सबसे ज्यादा चरम पर है, डीजल-पेट्रोल के दाम लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. इसलिए आम नागरिक काफी परेशान हैं, इनके दाम कम होने चाहिए, जिससे आम नागरिकों को राहत मिल सके.
साथ ही लोगों का कहना है कोरोना महामारी के कारण लगभग सभी के धंधे इस समय चौपट हैं, इसलिए सरकार को इस बजट में स्वरोजगार खोलने के लिए लोन की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे आम व्यक्ति भी छोटा धंधा खोल कर अपना और परिवार का जीवन यापन कर सके. आम नागरिक इस समय टैक्स से परेशान है. उन पर हर प्रकार का टैक्स थोपा जा रहा है. इस कारण वह काफी परेशान है, इस बजट में केंद्र सरकार को आम नागरिकों के लिए टैक्स माफ करना चाहिए. ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके.