ETV Bharat / state

मांडू में संत समागम का आयोजन, चतुर्भुज श्रीराम मंदिर को मिला राम पीठ का दर्जा

धार के मांडू में स्थित चतुर्भुज श्रीराम मंदिर परिसर में संत समागम का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन में देशभर से महामंडलेश्वर का आगमन हो रहा है. जगतगुरू रामरिक्षपालदास जी महाराज ने मंदिर को राम पीठ का दर्जा दिया है.

Sant Samagam organized in Mandu
मांडू मे संत समागम का आयोजन
author img

By

Published : Nov 28, 2019, 3:01 PM IST

धार। पर्यटन नगरी मांडू के चतुर्भुज श्रीराम मंदिर परिसर में 27 नवंबर से 1 दिसंबर तक अखिल भारतीय मानस सम्मेलन एवं संत समागम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में देशभर से महामंडलेश्वर और जगद्गुरु का आगमन हो रहा है. संत समागम कार्यक्रम में खोजी त्रिवेणी धाम जयपुर के जगतगुरु रामरिक्षपालदास महाराज ने मांडव के अतिप्राचीन चतुर्भुज श्रीराम मंदिर को राम पीठ का दर्जा दिया.

मांडू मे संत समागम का आयोजन

महामंडलेश्वर नर्सिंहदास जी महाराज को रामपीठ का पीठाधीश घोषित किया. उन्होंने कहा कि यहां पर भी एक पीठ की तरह संस्कृत विद्या और उसके प्रचार-प्रसार के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी. वाराणसी के पातालपुरी मठ के महंत बालकदास जी महाराज ने मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार से मांग की है कि मांडव को पर्यटन नगरी की बजाए एक धाम के रूप में विकसित किया जाए.

धार। पर्यटन नगरी मांडू के चतुर्भुज श्रीराम मंदिर परिसर में 27 नवंबर से 1 दिसंबर तक अखिल भारतीय मानस सम्मेलन एवं संत समागम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में देशभर से महामंडलेश्वर और जगद्गुरु का आगमन हो रहा है. संत समागम कार्यक्रम में खोजी त्रिवेणी धाम जयपुर के जगतगुरु रामरिक्षपालदास महाराज ने मांडव के अतिप्राचीन चतुर्भुज श्रीराम मंदिर को राम पीठ का दर्जा दिया.

मांडू मे संत समागम का आयोजन

महामंडलेश्वर नर्सिंहदास जी महाराज को रामपीठ का पीठाधीश घोषित किया. उन्होंने कहा कि यहां पर भी एक पीठ की तरह संस्कृत विद्या और उसके प्रचार-प्रसार के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी. वाराणसी के पातालपुरी मठ के महंत बालकदास जी महाराज ने मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार से मांग की है कि मांडव को पर्यटन नगरी की बजाए एक धाम के रूप में विकसित किया जाए.

Intro:मांडव स्थित अति प्राचीन चतुर्भुज श्री राम मंदिर को मिला राम पीठ का दर्जा, जगतगुरु रामरिक्षपालदास जी महाराज ने करि घोषणा,


Body:पर्यटन नगरी मांडव में स्थित अतिप्राचीन चतुर्भुज श्री राम मंदिर में 27 नवंबर से 1 दिसंबर तक अखिल भारतीय मानस सम्मेलन एवं संत समागम का आयोजन किया जा रहा है,जिसमें देशभर से महामंडलेश्वर एवं जगद्गुरु का आगमन हो रहा है ,संत समागम कार्यक्रम में खोजी त्रिवेणी धाम जयपुर के जगतगुरु रामरिक्षपालदास जी महाराज ने मांडव में स्थित अति प्राचीन चतुर्भुज श्री राम मंदिर स्थित चतुर्भुज श्री राम के चतुर्भुज स्वरूप के दर्शन कर अति प्राचीन चतुर्भुज श्री राम मंदिर को संत समागम में आए हुए महामंडलेश्वर एवं जगतगुरुओ कि सहमति लेने के बाद राम पीठ का दर्जा दिया, वहीं मांडव के चतुर्भुज श्री राम मंदिर को राम पीठ का दर्जा देने के बाद चतुर्भुज श्री राम मंदिर के महंत महामंडलेश्वर नर्सिंगदास जी महाराज को राम पीठ का पीठाधीश घोषित किया, पातालपुरी मठ वाराणसी के मठाधीश महंत बालक दास जी महाराज ने ई.टी.वी भारत से खास चर्चा के दौरान खोजी पीठ के जगतगुरु रामरिक्षपालदास जी महाराज के द्वारा अति प्राचीन मांडव स्थित चतुर्भुज श्री राम मंदिर को राम पीठ का दर्जा देने एवं इस पीठ के पीठाधीश महामंडलेश्वर नर्सिंगदास महाराज को घोषित करने की जानकारी दी ,ओर कहा कि आने वाले दिनों में मांडव स्थित चतुर्भुज श्री राम मंदिर को राम पीठ के नाम से जाना जाएगा जिसके पीठादिश महामंडलेश्वर नर्सिंगदास जी महाराज होंगे और अब यहां पर एक पीठ की भांति संस्कृत विद्या एवं संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी, वही वाराणसी के पातालपुरी मठ के महंत बालक दास जी महाराज ने मध्यप्रदेश कि कमलनाथ सरकार से मांग की है कि मांडव को पर्यटन नगरी की बजाए एक धाम के रूप में विकसित किया जाए तो मांडव में और अधिक विकास हो सकता है।


Conclusion:बाइट-01- महंत बालक दास जी महाराज- पातालपुरी मठ-वाराणसी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.