देवास। भारी बारिश के बाद नर्मदा में बाढ़ आने से नेमावर में घाट सहित वार्ड 3 और 13 में भारी तबाही हुई थी. जिसके चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था. वहीं नर्मदा घाट पर 50 से अधिक नारियल, प्रसाद की दुकानों का सामान बह गया था और पूरी दुकानें टूटकर बिखर गई थीं.
दुकान वाले अपना बचा हुआ सामान समेट रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बाढ़ पीड़ितों से मिलने और मदद करने तो नेमावर आए, लेकिन इन पीड़ित दुकानदारों से नहीं मिले और ना ही नर्मदा घाट का निरीक्षण किया है.
प्रदेश के अनेक जिलों में पिछले दिनों हुई आफत की बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए थे, जिले के अंतिम छोर पर नर्मदा घाट पर बसे नेमावर में बाढ़ से हालात बन गए थे. पीड़ित दुकानदार अपने परिवार के साथ दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं.