दमोह। शहर में परंपरागत तरीके से दशहरा और चल समारोह का आयोजन किया गया, हर साल शहर में रावण के दहन के बाद दशमी को मां दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू होता है. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ देखी जाती है.
दुर्गा की झांकियों ने मोहा भक्तों का मन, यहां परंपरागत तरीके से मनाया गया दशहरा पर्व
शहर में दशहरा और चल समारोह के दौरान माता रानी की प्रतिमाएं प्रमुख मार्गों से निकाली गईं, जिसमें हजारों लोगों का तांता देखने को मिला. इस बीच अखाड़ों के कलाकारों ने अपना हुनर भी दिखाया.
दशहरा पर्व का आयोजन
दमोह। शहर में परंपरागत तरीके से दशहरा और चल समारोह का आयोजन किया गया, हर साल शहर में रावण के दहन के बाद दशमी को मां दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू होता है. इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ देखी जाती है.
Intro:दमोह के दशहरा में उमड़े लोग हजारों की संख्या में माता रानी की प्रतिमाओं का विसर्जन करने दिखा उत्साह
दमोह के हृदय स्थल पर मां की प्रतिमा के साथ भक्तों में दिखा आस्था का सैलाब
अखाड़ों के प्रदर्शन के बाद दमोह के जनप्रतिनिधियों ने पुरस्कारों से किया सम्मान
दमोह. जिला मुख्यालय पर नवरात्र पर्व की दशमी को दशहरा चल समारोह आयोजित किया जाता है. यह चल समारोह शहर के हृदय स्थल घंटा घर पर प्रदर्शन भी करता है. घंटों तक अखाड़ों के लोग अपनी कला का जादू बिखेरते हैं, और इस कला को देखने के लिए आसपास के ग्रामीण अंचलों से आकर लोग दमोह के कलाकारों के कला कौशल का आनंद भी उठाते हैं. इस साल भी कला का प्रदर्शन सभी को आनंदित करता नजर आया.
Body:दमोह के दशहरा चल समारोह के दौरान प्रमुख का आयोजन घंटाघर पर किया गया. जहां पर कई वर्षों से परंपरा के अनुसार चल समारोह की समिति के माध्यम से सभी चल समारोह लोगों का स्वागत किया गया. अखाड़ों का प्रदर्शन करने वाले प्रमुख लोगों का सम्मान भी इस मंच से किया गया. वही देर तक अखाड़ों का प्रदर्शन करते हुए हर आयु वर्ग के लोग अपनी कला से लोगों को दांतों तले उंगलियां दबाने मजबूर करते रहे. आयोजन के दौरान दमोह विधायक राहुल सिंह लोधी, नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी सहित प्रमुख दलों के राजनेताओं ने सभी कलाकारों को मेडल - शील्ड से सम्मानित किया. घंटाघर से देर शाम से लेकर अल सुबह तक प्रतिमाओं का निकलना जारी रहा. वही लोग चल समारोह को देखने के लिए बड़ी संख्या में घंटा घर पर नजर आए.
Conclusion:हर साल की तरह इस साल भी दशहरा चल समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम सहित पुलिस अमला भी मुस्तैद नजर आया. प्रशासन एवं राजनेताओं की सजगता और सक्रियता के कारण चल समारोह शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गया.
आशीष कुमार जैन ईटीवी भारत दमोह
दमोह के हृदय स्थल पर मां की प्रतिमा के साथ भक्तों में दिखा आस्था का सैलाब
अखाड़ों के प्रदर्शन के बाद दमोह के जनप्रतिनिधियों ने पुरस्कारों से किया सम्मान
दमोह. जिला मुख्यालय पर नवरात्र पर्व की दशमी को दशहरा चल समारोह आयोजित किया जाता है. यह चल समारोह शहर के हृदय स्थल घंटा घर पर प्रदर्शन भी करता है. घंटों तक अखाड़ों के लोग अपनी कला का जादू बिखेरते हैं, और इस कला को देखने के लिए आसपास के ग्रामीण अंचलों से आकर लोग दमोह के कलाकारों के कला कौशल का आनंद भी उठाते हैं. इस साल भी कला का प्रदर्शन सभी को आनंदित करता नजर आया.
Body:दमोह के दशहरा चल समारोह के दौरान प्रमुख का आयोजन घंटाघर पर किया गया. जहां पर कई वर्षों से परंपरा के अनुसार चल समारोह की समिति के माध्यम से सभी चल समारोह लोगों का स्वागत किया गया. अखाड़ों का प्रदर्शन करने वाले प्रमुख लोगों का सम्मान भी इस मंच से किया गया. वही देर तक अखाड़ों का प्रदर्शन करते हुए हर आयु वर्ग के लोग अपनी कला से लोगों को दांतों तले उंगलियां दबाने मजबूर करते रहे. आयोजन के दौरान दमोह विधायक राहुल सिंह लोधी, नगर पालिका अध्यक्ष मालती असाटी सहित प्रमुख दलों के राजनेताओं ने सभी कलाकारों को मेडल - शील्ड से सम्मानित किया. घंटाघर से देर शाम से लेकर अल सुबह तक प्रतिमाओं का निकलना जारी रहा. वही लोग चल समारोह को देखने के लिए बड़ी संख्या में घंटा घर पर नजर आए.
Conclusion:हर साल की तरह इस साल भी दशहरा चल समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की टीम सहित पुलिस अमला भी मुस्तैद नजर आया. प्रशासन एवं राजनेताओं की सजगता और सक्रियता के कारण चल समारोह शांतिपूर्ण ढंग से निकाला गया.
आशीष कुमार जैन ईटीवी भारत दमोह