छतरपुर। जिले के शासकीय अस्पताल में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. बिजावर तहसील के लहार गांव से इलाज के लिए आए कल्लू आदिवासी को उस वक्त परेशानी का सामना करना पड़ा, जब भर्ती होने के बाद भी किसी ने उनका इलाज शुरू नहीं किया. कल्लू का कहना है कि, उसके घाव से बदबू आ रही थी, जिस कारण वार्ड में भर्ती होने के बाद भी ड्रेसिंग करने वाले कर्मचारी ने सिर्फ इस लिए पट्टी नहीं की, क्योंकि उनके घाव से बदबू आ रही थी.
जिला अस्पताल अपने निजी काम से आए प्रदीप चौरसिया बताते हैं कि, उन्होंने इस आदिवासी को जिला अस्पताल के मैदान में पड़ा हुआ देखा, जिसके बाद उसे उठाकर ऑपरेशन थिएटर के पास ले गए और वहां पर लोगों से उनकी मलहम- पट्टी करने के लिए कहने लगे. इसके काफी देर बाद जब ETV भारत ने मामले में हस्तक्षेप किया, तो कल्लू आदिवासी के घाव की ड्रेसिंग की गई.