भोपाल। प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के 41 नए मरीज मिले हैं. इनमें 23 मरीज इंदौर से हैं. जिसमें एक ही परिवार का 12 साल का लड़का और साढ़े तीन साल की बच्ची भी शामिल है. वहीं राजधानी में भी छह नए मामले सामने आए हैं. इनमें चार जमाती, एक पुलिस आरक्षक और 19 साल का युवक है. जिसके बाद यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 15 हो गई है. इसके अलावा मुरैना में 10, उज्जैन और छिंदवाड़ा में एक और संक्रमित मिला है. जबकि कोरोना वायरस से उज्जैन में तीन और इंदौर में दो कोरोना संदिग्ध मरीजों की मौत हुई है. इनकी रिपोर्ट आना बाकी है.
प्रदेश में संक्रमित मामले
मध्य प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 161 पहुंच गई है. इनमें इंदौर 112, मुरैना 12, भोपाल 15, जबलपुर 8, उज्जैन 7, ग्वालियर-शिवपुरी-छिंदवाड़ा 2-2 और खरगोन में एक संक्रमित पाया गया है. वहीं अब तक कोरोना वायरस के चलते इंदौर 5, उज्जैन में 2 और खरगोन और छिंदवाड़ा में एक-एक कुल 9 पीड़ितों की मौत हो चुकी है.
कैसे बढ़े मामले
दिल्ली के 13 जमाती 12 मार्च को निजामुद्दीन में मरकज में शामिल हुए थे. ये 13 मार्च को भोपाल पहुंचे और शहर की मस्जिदों में जाते रहे. 24 मार्च को ये लोग जहांगीराबाद स्थित बडवाली मस्जिद पहुंचे और लॉकडाउन की वजह से तब से वहीं रुके थे. जबकि, आरक्षक वीरेंद्र कुमार चौधरी की जांच रिपोर्ट भी पाॉजीटिव आई है. वे टीटीनगर थाने के पास स्थित मल्टी में परिवार के साथ रहते हैं.
सीनियर आईएएस कोरोना संक्रमित पाए जाने से हड़कंप
राजधानी के प्रशासनिक अमले में सीनियर आईएएस जे विजय कुमार के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की वजह हड़कंप मच गया है. कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. हालांकि जे विजय कुमार की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिल पाई है. दो महीन पहले विजय तमिलनाडु गए थे. इसके बाद से वे लगातार काम कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि चूंकि उनके पास खरीदी का काम है, इसलिए वेंडर, सप्लायर के साथ कुछ कंपनियों के लोग भी 15-20 दिन में उनके संपर्क में आए हैं. ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि विजय इसी दौरान संक्रमण का शिकार हो गए.
'मिनी मुंबई' का हाल
उधर, इंदौर में टाट-पट्टी बाखल इलाके की घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस इलाके में भी दो महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. जबकि महू तहसील में कोरोना पीड़ित की मौत हो गई थी. जिसके परिवार के चार सदस्य भी संक्रमित पाए गए हैं. भाई के जनाजे में शामिल हुआ, जिसके बाद वह भी वायरस की चपेट में आ गया.
'चंबल का एपी सेंटर'
वहीं मुरैना का शख्स अपनी मां की तेरहवीं में शामिल होने दुबई से लौटा था. जो कोरोना संक्रमित निकाला और इसकी लापरवाही से पहले उसकी पत्नी और बाद परिवार के 12 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए हो गए. जजिसमें चार बच्चे भी शामिल हैं. वहीं उसके नजदीकी में रहने वाले करीब 24 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है.
संस्कारधानी में हालात सामान्य
प्रदेश में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव का मामला इंदौर में आया था. जहां एक व्यापारी विदेश लौटा और कोरोना संक्रमित पाया गया. जिसके बाद संस्कारधानी में मामले बढ़ते गए और कोरोना पॉजिटिव की संख्या 8 पहुंच गई. लेकिन पिछले कई दिनों से यहां संक्रमितों की संख्या स्थिर बनी हुई है. जो राहत की खबर है.