भोपाल। मध्यप्रदेश के 15वीं विधानसभा के बजट सत्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. राज्यपाल की अनुमति के बाद विधानसभा ने अधिसूचना जारी कर दी गई है. 29 दिवसीय सत्र में 18 बैठकें, राज्यपाल का अभिभाषण होगा. विधानसभा के 29 दिवसीय सत्र में सदन की कुल 13 बैठकें होंगी. सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी. इस दौरान आगामी वित्तीय वर्ष 2023 - 24 का बजट प्रस्तुत होगा और शासकीय एवं अशासकीय कार्य संपादित किए जाएंगे. इस सत्र हेतु विधानसभा सचिवालय में अशासकीय विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त होने की अंतिम तिथि 15 फरवरी तथा अशासकीय संकल्पों की सूचनाएं 16 फरवरी, 2023 तक प्राप्त की जाएंगी.
यह चौदहवां सत्र : वहीं, स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव व नियम-267 के अधीन दी जाने वाली सूचनाएं विधानसभा सचिवालय में 21 फरवरी से कार्यालयीन समय में प्राप्त की जाएंगी. मध्य प्रदेश की 15वीं विधानसभा का यह चौदहवां सत्र होगा. विधानसभा का बजट सत्र इस बार हंगामेदार होगा. कांग्रेस द्वारा प्रश्नों के जरिए सरकार से कई सवाल पूछने के आसार हैं. इस बार विधायकों से कहा गया है कि जो सवाल पूछे जाएं, वे सरकार पर हमले करने वाले हों. कांग्रेस की कोशिश होगी कि बजट सत्र पूरे दिन चले. संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सत्र सारगर्भित रहेगा. सदन में बजट तो होगा ही. साथ ही जनहितैषी मुद्दे भी होंगे.
शीतकालीन सत्र में कांग्रेस लाई थी अविश्वास प्रस्ताव : बता दें कि शीतकालीन सत्र में शिवराज सरकार के खिलाफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाई थी, जो गिर गया था. इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस और बीजेपी विधायकों के बीच तीखी बहस हुई थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए विपक्ष को जवाब दिया था. उसके बाद प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिससे अविश्वास प्रस्ताव गिर गया था. विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ 2011 के बाद पहली बार अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी. विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया, जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चर्चा भी हुई. लेकिन चर्चा के बाद अविश्वास प्रस्ताव गिर गया.
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फिर देखने को मिलेगी तीखी बहस : दोनों पक्षों में तीखी बहस के बीच अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से नामंजूर हो गया था. विश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई थी, जिससे एक बार फिर मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र तय वक्त से पहले खत्म हो गया था, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से नामंजूर होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी. इस बार फिर सत्र में बीजेपी व कांग्रेस के बीच तीखी बहस होगी.