भोपाल। एक तरफ कड़कड़ाती ठंड पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर अतिथि विद्वान अपनी मांगों को लेकर 28 दिन से राजधानी के शाहजहानी पार्क में अनशन पर बैठे हैं. वहीं अतिथि शिक्षक भी अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गए हैं. उन्होंने सरकार से वचन पत्र के मुताबिक अपना वादा पूरा करने के लिए कहा है, जिसमें सरकार ने अतिथि शिक्षकों को एक साल में नियमित करने का वादा किया था.
सरकार के वादा नहीं निभाने पर अतिथि शिक्षक भी लगातार 3 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांग को नहीं माना जाएगा तो वो इस कड़कड़ाती ठंड में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि हाल ही के सर्वे के अनुसार सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षक नियमित शिक्षकों से बेहतर काम करते हैं. मध्य प्रदेश के ग्रामीण सरकारी स्कूल लगभग अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं. इसके बाद भी सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि नए साल में जहां पूरा विश्व हर्षोल्लास मना रहा है, वहीं वह कड़कड़ाती ठंड में नए वर्ष को मनाएंगे. उन्होंने सरकार से उम्मीद जताई है कि नए वर्ष में सरकार उन्हें नियमित कर देगी.