भोपाल। सोशल मीडिया पर बैल की जगह दो भाइयों का बैलगाड़ी खींचते हुए वीडियो वायरल होने के बाद सियासत गरमा गई है. दावा किया जा रहा है कि, ये वीडियो सिंधिया समर्थक और शिवराज सरकार के मंत्री तुलसीराम सिलावट के विधानसभा क्षेत्र सांवेर का है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्री तुलसीराम सिलावट पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा का कहना है कि, तुलसीराम सिलावट के विधानसभा क्षेत्र में दो भाई बैलगाड़ी को खुद खींचने को मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें अपने बैल बेचने पड़े हैं. उनका कहना है कि, सीएम चुनाव की तैयारियों में लगे हैं, उनका ध्यान जनता की परेशानियों पर नहीं है.
दुर्गेश शर्मा का कहना है कि, शिवराज सिंह चौहान नो प्रियंका गांधी को ट्वीट कर कहा था कि, मध्यप्रदेश आइए और मजदूरों के लिए हमने कितनी बेहतर व्यवस्था की है, वो देखिए. लेकिन उनके ही पूर्व मंत्री जो राजेंद्र शुक्ल मजदूरों को लाने के लिए फिल्म कलाकारों से सहायता मांग रहे हैं. वहीं उन्होंने तुलसी सिलावट पर निशाना साधते हुए कहा, उनके क्षेत्र के दो युवा एक बैलगाड़ी को खींच रहे हैं, क्योंकि बैल परिवार के जीवन यापन के लिए बेचने पड़े और आज उन्हें अपने परिवार को ले जाने के लिए बैलों की जगह खुद बैलगाड़ी को खींचना पड़ रहा है.दुर्गेश शर्मा का कहना है कि, यह मध्यप्रदेश की सत्यता है, जिसे छुपाया और दबाया नहीं जा सकता है. उनका कहना है कि, सीएम की सोच मध्य प्रदेश को गर्त में ले जा रही है. आप मध्य प्रदेश में राजनीति और चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो के बारे में कहा जा रहा है कि, ये वीडियो बुधवार को सांवेर-शिप्रा मार्ग पर हतुनिया के पास उज्जैन से क्षिप्रा जा रहे मजदूर परिवार का है, जो बैलगाड़ी पर अपना सामान रखे हुए हैं और खुद बैलों की जगह बैलगाड़ी खींच रहे हैं. बैल की जगह बैलगाड़ी खींच रहे युवकों का कहना है कि, वो उज्जैन के पास निनोरा गांव से आ रहे हैं और क्षिप्रा जा रहे है. उसके दो भाई- बहन की किडनी खराब हो गई थी. उनका बहुत इलाज करवाया, लेकिन बचा नहीं सके. आर्थिक तंगी के कारण दोनों बैलों को 18 हजार में बेच दिया और भाई बहन का अंतिम संस्कार किया. अब भाई- बहन के अस्थि कलश लेकर शिप्रा नदी में विसर्जित करने जा रहे हैं.