जबलपुर। आज साल का सबसे रोमांटिक दिन है. 14 फरवरी प्यार करने वालों का दिन होता है. इस दिन का प्रेमी जोड़ों को बेसब्री से इंतजार होता है. वैलेंटाइन डे की कहानी बेहद मशहूर है. आज के ही दिन लोग अपने क्रश, दोस्त या पार्टनर से प्रेम का इजहार करते हैं. प्रेमी-प्रेमिकाओं और शादीशुदा जोड़ों के लिए यह दिन बहुत खास होता है. हम आपको मध्यप्रदेश के एक एक ऐसे IPS ऑफिसर की लव स्टोरी बताएंगे, जो काफी फिल्मी है और इसमें दोस्तों के एक मैसेज का कमाल भी है. इनकी लव स्टोरी में ड्रामा, सस्पेंस और इमोशन सबकुछ है.
पुलिस विभाग की सख्त नौकरी करने वाले पुलिस अधिकारियों के सीने में भी दिल धड़कता है. यह आप एमपी के एक आईपीएस की लव स्टोरी के बारे में जानकर समझ जाएंगे. कपल साथ पढ़े, एक-दूसरे को चाहा भी पर दिल की बात कभी एक दूसरे को कह न सके. दोनों की पढ़ाई पूरी हुई और रास्ते अलग-अलग हो गए, लेकिन अचानक एक मैसेज ने सब कुछ बदल दिया. यह कहानी है आईपीएस अमित सिंह और उनकी पत्नी प्रज्ञा सिंह की.
दोस्त की शरारत ने कराया इजहार
बात जब प्यार और मोहब्बत को बयां करने की हो तो घबराहट भी उतनी ही होती है, पर कहते हैं कि सच्चे प्यार करने वालों को मिलाने के लिए सारी कायनात लग जाती है. कुछ ऐसी ही कहानी है आईपीएस अमित सिंह और उनकी पत्नी की. दोस्तों की एक छोटी सी शरारत ने उन दोनों को सात जन्मों के रिश्ते में बांध दिया. दोस्तों का मैसेज करना इन दोनों के प्यार के इजहार करने को आसान बना दिया. दोनों की शादी को 11 साल बीत गए हैं, और इस हैप्पी मैरिड कपल अब दो बच्चे हैं. अपने हंसमुख स्वभाव के लिए जबलपुर की जनता के दिल में अपनी छाप छोड़ने वाले आईपीएस अमित सिंह वर्तमान में बतौर एसएसपी रेडियो विभाग में पदस्थ है.
इजहार-ए-मोहब्बत बयां करने में लगे दो साल
अमित सिंह और उनकी पत्नी प्रज्ञा सिंह की लव स्टोरी की शुरुआत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से हुई थी. दोनों साथ पढ़कर भी एक दूसरे से इश्क का इजहार नहीं कर पाए. उस समय अमित सीनियर रिसर्च फेलोशिप और प्रज्ञा एम.ए. कर रहीं थीं. कोर्स खत्म होने के बाद यह दोनों अपने-अपने रास्ते चले गए. 2006 में इलाहाबाद (प्रयागराज) यूनिवर्सिटी में ही अमित की प्रज्ञा से पहचान हुई, और इसके बाद बातचीत शुरू हुई. दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर भी लिए, लेकिन एक-दूसरे को अपनी फीलिंग नहीं बता पाए.
कुछ समय बाद अमित दिल्ली से UPSC की तैयारी करने लगे. एक दिन अमित के दोस्त ने प्रज्ञा को उनके नंबर से एसएमएस भेज दिया. इस मैसेज के जरिए अमित की तरफ से प्रज्ञा को प्रपोज कर दिया गया था, और इसके बाद मोबाइल से मैसेज डिलीट कर दिया था. इसी के बाद उसी रात करीब दो बजे एक युवती का कॉल अमित को आया. उसने दोस्ती की पेशकश की मगर अमित ने मना कर दिया. यह अमित की परीक्षा थी. वहीं अगले दिन प्रज्ञा का फोन आया, इसके बाद अमित ने इजहार-ए-मोहब्बत बयां कर अपने दिल की बात प्रज्ञा से साझा कर दी. दोनों ने न केवल अपनी लव स्टोरी को आपसी समझ और सूझबूझ से अरेंज मैरिज तक पहुंचाया, बल्कि जीवन के कई उतार-चढ़ाव देखने के बावजूद इस सफर में मजबूती से एक-दूसरे के पूरक बने है.
सगाई के बाद ट्रेंनिग पर चले गए थे अमित
चार मई 2009 में यूपीएससी का रिजल्ट आया, तो घर पर शादी की बात होने लगी. इसके बाद अमित ने स्टूडियो जाकर प्रज्ञा का फोटो खिंचवाया और उसे घर पर भेज दिया. अपने प्यार के बारे में अमित ने घर पर बताया, लेकिन घर वाले पहले नहीं माने फिर कुछ समय बाद सब राजी हो गए. ससुर गंभीर बीमारी के कारण बिस्तर पर थे. इसलिए 20 जून को उनकी आनन-फानन में सगाई हुई. इसके 25 दिन बाद ही ससुर का निधन हो गया. इस बीच अमित ट्रेनिंग पर चले गए. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 12 मार्च 2011 को परिजनों के रजामंदी से दोनों शादी के बंधन में बंध गए. (love story of mp ips officer) (Valentines Day 2022)