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Rare View of Pelican: मछली पकड़ने के लिए पक्षी ने लगाई डुबकी, कछुए से हुआ सामना...फिर!

केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान इन दिनों प्रवासी पक्षियों से गुलजार है. पिछले साल की तुलना में इस बार यहां सैकड़ों की संख्या में पेलिकन पहुंचे हैं. घना के जलाशयों में पेलिकन की अठखेलियां और फिशिंग (Fishing Pelican In Ghana) आसानी से देखने को मिल रही है. घना के अंदर पेलिकन और कछुए का वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है.

keoladev national park
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान
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Published : Feb 9, 2022, 7:06 PM IST

Updated : Feb 9, 2022, 8:57 PM IST

भरतपुर : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान इन दिनों पेलिकन पक्षी से गुलजार (Pelicans In Keoladev National Park) है. पंछियों की अठखेलियों को कैमरे में संजोने वाले एक एक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने कछुए और पेलिकन के बीच का साक्षात्कार (Pelican rendezvous with tortoise ) कैमरे में कैद किया है. ये फिशिंग करती पेलिकन और कछुए के बीच की फाइट है. करीब 1.20 मिनट के वीडियो में पेलिकन और कछुए के बीच का संघर्ष देखने को मिल रहा है.

पेलिकन और कछुए का हुआ आमना-सामना.

असल में घना के डी ब्लॉक के जलाशयों में करीब 500 से अधिक पेलिकन डेरा (Pelicans In Keoladev National Park) डाले हुए हैं. 2 दिन पूर्व यहां के एक जलाशय में एक पेलिकन ने भोजन की तलाश में मछली पकड़ने के लिए जलाशय में डुबकी (Fishing Pelican In Ghana) लगाई. लेकिन पेलिकन को मछली तो मिली नहीं और पानी के अंदर कछुए से सामना हो गया.

चला शह मात का खेल: पेलिकन ने जैसे ही पानी के अंदर अपनी गर्दन डाली कछुए नहीं पेलिकन की चोंच पकड़ ली. करीब 50 सेकंड तक कछुए ने पेलिकन की चोंच को अपने जबड़े में जकड़ कर रखा. बड़ी मुश्किल से पेलिकन ने अपनी चोंच को छुड़ाया और जलाशय से निकलकर छोटे टापू पर पहुंचा. लेकिन कछुए ने फिर भी पीछा नहीं छोड़ा और टापू तक पेलिकन का पीछा किया. पेलिकन बड़ी मुश्किल से जान बचाकर तेजी से जलाशय में उतरकर तैरकर आगे निकल गया.

फट गई आहार थैली: इस पूरे संघर्ष में कछुए ने पेलिकन की चोंच के नीचे की आहार थैली को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. इससे अब पेलिकन के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है.असल में पेलिकन अपनी इस आहार थैली में भोजन और पानी जमा कर के रखता है और जरूरत के अनुसार उसका सेवन करता रहता है. लेकिन अब थैली क्षतिग्रस्त होने की वजह से पेलिकन भोजन और पानी का संग्रह नहीं कर पाएगा. वन्यजीव विशेषज्ञों की मानें तो ये पेलिकन अब भोजन और पानी के अभाव में कुछ ही दिन जीवित रह पाएगा.

ये भी पढ़ें - हिमनगरी मुनस्यारी में युवाओं पर चढ़ा स्कीइंग का खुमार, अनेक राज्यों से आए शौकीन

भरतपुर : केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान इन दिनों पेलिकन पक्षी से गुलजार (Pelicans In Keoladev National Park) है. पंछियों की अठखेलियों को कैमरे में संजोने वाले एक एक वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ने कछुए और पेलिकन के बीच का साक्षात्कार (Pelican rendezvous with tortoise ) कैमरे में कैद किया है. ये फिशिंग करती पेलिकन और कछुए के बीच की फाइट है. करीब 1.20 मिनट के वीडियो में पेलिकन और कछुए के बीच का संघर्ष देखने को मिल रहा है.

पेलिकन और कछुए का हुआ आमना-सामना.

असल में घना के डी ब्लॉक के जलाशयों में करीब 500 से अधिक पेलिकन डेरा (Pelicans In Keoladev National Park) डाले हुए हैं. 2 दिन पूर्व यहां के एक जलाशय में एक पेलिकन ने भोजन की तलाश में मछली पकड़ने के लिए जलाशय में डुबकी (Fishing Pelican In Ghana) लगाई. लेकिन पेलिकन को मछली तो मिली नहीं और पानी के अंदर कछुए से सामना हो गया.

चला शह मात का खेल: पेलिकन ने जैसे ही पानी के अंदर अपनी गर्दन डाली कछुए नहीं पेलिकन की चोंच पकड़ ली. करीब 50 सेकंड तक कछुए ने पेलिकन की चोंच को अपने जबड़े में जकड़ कर रखा. बड़ी मुश्किल से पेलिकन ने अपनी चोंच को छुड़ाया और जलाशय से निकलकर छोटे टापू पर पहुंचा. लेकिन कछुए ने फिर भी पीछा नहीं छोड़ा और टापू तक पेलिकन का पीछा किया. पेलिकन बड़ी मुश्किल से जान बचाकर तेजी से जलाशय में उतरकर तैरकर आगे निकल गया.

फट गई आहार थैली: इस पूरे संघर्ष में कछुए ने पेलिकन की चोंच के नीचे की आहार थैली को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. इससे अब पेलिकन के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है.असल में पेलिकन अपनी इस आहार थैली में भोजन और पानी जमा कर के रखता है और जरूरत के अनुसार उसका सेवन करता रहता है. लेकिन अब थैली क्षतिग्रस्त होने की वजह से पेलिकन भोजन और पानी का संग्रह नहीं कर पाएगा. वन्यजीव विशेषज्ञों की मानें तो ये पेलिकन अब भोजन और पानी के अभाव में कुछ ही दिन जीवित रह पाएगा.

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Last Updated : Feb 9, 2022, 8:57 PM IST
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