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बिहार ने इजाद किया गजब का फॉर्मूला, इधर से प्लास्टिक डालो.. उधर से पेट्रोल निकालो!

पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने जहां आम जनता की कमर तोड़ रखी है. वहीं, बढ़ते प्लास्टिक के कचरे से पर्यावरण और आम लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है. लेकिन, बिहार में इन दोनों समस्याओं का समाधान एक साथ निकाल लिया गया है. मुजफ्फरपुर में एक ऐसा प्लांट तैयार किया गया है जिसके जरिए प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल-डीजल तैयार किया जा रहा है. पढ़ें ये रिपोर्ट..

प्लास्टिक
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Published : Nov 4, 2021, 1:25 AM IST

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में बेकार बताकर फेंके जाने वाले प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) तैयार किया जा रहा है. शायद आपको ये सुनकर थोड़ा आश्चर्य हुआ हो, लेकिन ये बिल्कुल सच है. जिले के खरौना में प्लास्टिक के कचरे से बायोडीजल बनाने को लेकर मंगलवार को भूमि सुधार व राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी प्लांट का उद्घाटन किया.

देश में ये ऐसा पहला प्लांट है, जहां प्लास्टिक से पेट्रोलियम प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं. सिर्फ 6 रुपये के प्लास्टिक कचरे से 79 रुपए की कीमत का पेट्रोल और डीजल बन रहा है. इस दौरान प्लांट को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. प्लास्टिक कचरे से डीजल और पेट्रोल बनाने की विधि जानने के लिए लोगों में उत्सुकता देखने को मिली.

ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी के सीईओ आशुतोष मंगलम के मुताबिक इस फैक्ट्री में प्रतिदिन 200 किलो प्लास्टिक कचरे से 130 लीटर से 150 लीटर पेट्रोल तैयार होगा. इस प्लांट के जरिए सबसे पहले कचरे को ब्यूटेन में बदला जाएगा. इस प्रक्रिया के बाद ब्यूटेन को आइसो ऑक्टेन में बदला जाएगा. फिर मशीन में ही अलग-अलग दबाव और तापमान से आइसो ऑक्टेन को डीजल या पेट्रोल में बदल दिया जाएगा. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि 400 डिग्री सेल्सियस तापमान पर डीजल और 800 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पेट्रोल बन सकेगा.

इस मौके पर मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि गांव में हम लोग कचरा और घर की गंदगियों को सड़क पर फेंक देते हैं. शहर में जगह नहीं होने के कारण कचरा सड़क पर ही बिखरा पड़ा रहता है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस प्लांट के माध्यम से सारे कचरे को नगर निगम के माध्यम से खरीदकर इसे प्रोसेसिंग कर डीजल और पेट्रोल तैयार किया जाएगा. इस प्रोडक्ट को लेकर आम लोगों में भरोसा बढ़े, इसके लिए मंत्री ने प्लांट में तैयार 10 लीटर डीजल भी खरीद लिया.

''ये राज्य का पहला प्लांट है. इस डीजल और पेट्रोल की कीमत बाजार से 40% से 50% तक कम होगी. इसे नगर निगम और किसी एजेंसी को सप्लाई किया जाएगा. गांव के कोने-कोने तक अग्रणी, समृद्धि और आय कैसे बढ़े इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयासरता है. रोजगार और व्यक्ति खराब नहीं होते, बल्कि उसकी विचारधारा खराब होती है. डीजल और पेट्रोल विदेश से आयात होते हैं, जिसके कारण महंगाई बढ़ गई है. कोई भी समान खराब नहीं होता है.''- रामसूरत राय, मंत्री, बिहार सरकार

''प्लास्टिक के कचरे से जीव जंतु मर रहे हैं. उसके धुंए से प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है. नगर निगम से कचरा खरीदने को लेकर करार किया गया है. शहर और गांव में जितना भी प्लास्टिक का कचरा है, उनको प्रोसेसिंग कर बायोडीजल बनाया जा रहा है.''- परिमल कुमार, महाप्रबंधक, जिला उद्योग

जिला उद्योग के महाप्रबंधक परिमल कुमार ने इस मौके पर प्लांट में 8 सदस्यीय टीम की सराहना की. साथ ही उन्होंने इसे प्रमोट करने की भी बात कही. इस मौके पर उपस्थित मंत्री और सभी अधिकारियों को टीम के सदस्यों ने बुके और मोमेंटो देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर नगर विधायक विजेंद्र चौधरी, एलडीएम गणेश शंकर दत्त, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भगवानपुर के शाखा प्रबंधक नितेश निलयम के अलावा प्लांट के सदस्य मौजूद थे.

पढ़ें - दिल्ली रवाना हुए लालू यादव, राजधानी में मनाएंगी दिवाली

बता दें कि इस यूनिट में तैयार डीजल और पेट्रोल की सप्लाई किसानों के अलावा नगर निगम को भी होगी. ये यूनिट 70 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल और डीजल बेचेगी. पहले दिन ही 40 किलो प्लास्टिक कचरे से 37 लीटर डीजल तैयार कर लिया गया. केंद्र सरकार की पीएमईजीपी योजना के तहत 25 लाख रुपए लोन लेकर इस यूनिट को खोला गया है. ये देश ही नहीं बल्कि विश्व का एकमात्र ऐसा प्लांट बन गया है, जहां प्लास्टिक से डीजल और पेट्रोल बनाया जाता है. इसका पेटेंट मुजफ्फरपुर की ही संस्था ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी को मिला है.

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में बेकार बताकर फेंके जाने वाले प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) तैयार किया जा रहा है. शायद आपको ये सुनकर थोड़ा आश्चर्य हुआ हो, लेकिन ये बिल्कुल सच है. जिले के खरौना में प्लास्टिक के कचरे से बायोडीजल बनाने को लेकर मंगलवार को भूमि सुधार व राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत रूप से ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी प्लांट का उद्घाटन किया.

देश में ये ऐसा पहला प्लांट है, जहां प्लास्टिक से पेट्रोलियम प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं. सिर्फ 6 रुपये के प्लास्टिक कचरे से 79 रुपए की कीमत का पेट्रोल और डीजल बन रहा है. इस दौरान प्लांट को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. प्लास्टिक कचरे से डीजल और पेट्रोल बनाने की विधि जानने के लिए लोगों में उत्सुकता देखने को मिली.

ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी के सीईओ आशुतोष मंगलम के मुताबिक इस फैक्ट्री में प्रतिदिन 200 किलो प्लास्टिक कचरे से 130 लीटर से 150 लीटर पेट्रोल तैयार होगा. इस प्लांट के जरिए सबसे पहले कचरे को ब्यूटेन में बदला जाएगा. इस प्रक्रिया के बाद ब्यूटेन को आइसो ऑक्टेन में बदला जाएगा. फिर मशीन में ही अलग-अलग दबाव और तापमान से आइसो ऑक्टेन को डीजल या पेट्रोल में बदल दिया जाएगा. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि 400 डिग्री सेल्सियस तापमान पर डीजल और 800 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पेट्रोल बन सकेगा.

इस मौके पर मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि गांव में हम लोग कचरा और घर की गंदगियों को सड़क पर फेंक देते हैं. शहर में जगह नहीं होने के कारण कचरा सड़क पर ही बिखरा पड़ा रहता है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस प्लांट के माध्यम से सारे कचरे को नगर निगम के माध्यम से खरीदकर इसे प्रोसेसिंग कर डीजल और पेट्रोल तैयार किया जाएगा. इस प्रोडक्ट को लेकर आम लोगों में भरोसा बढ़े, इसके लिए मंत्री ने प्लांट में तैयार 10 लीटर डीजल भी खरीद लिया.

''ये राज्य का पहला प्लांट है. इस डीजल और पेट्रोल की कीमत बाजार से 40% से 50% तक कम होगी. इसे नगर निगम और किसी एजेंसी को सप्लाई किया जाएगा. गांव के कोने-कोने तक अग्रणी, समृद्धि और आय कैसे बढ़े इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयासरता है. रोजगार और व्यक्ति खराब नहीं होते, बल्कि उसकी विचारधारा खराब होती है. डीजल और पेट्रोल विदेश से आयात होते हैं, जिसके कारण महंगाई बढ़ गई है. कोई भी समान खराब नहीं होता है.''- रामसूरत राय, मंत्री, बिहार सरकार

''प्लास्टिक के कचरे से जीव जंतु मर रहे हैं. उसके धुंए से प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है. नगर निगम से कचरा खरीदने को लेकर करार किया गया है. शहर और गांव में जितना भी प्लास्टिक का कचरा है, उनको प्रोसेसिंग कर बायोडीजल बनाया जा रहा है.''- परिमल कुमार, महाप्रबंधक, जिला उद्योग

जिला उद्योग के महाप्रबंधक परिमल कुमार ने इस मौके पर प्लांट में 8 सदस्यीय टीम की सराहना की. साथ ही उन्होंने इसे प्रमोट करने की भी बात कही. इस मौके पर उपस्थित मंत्री और सभी अधिकारियों को टीम के सदस्यों ने बुके और मोमेंटो देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर नगर विधायक विजेंद्र चौधरी, एलडीएम गणेश शंकर दत्त, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भगवानपुर के शाखा प्रबंधक नितेश निलयम के अलावा प्लांट के सदस्य मौजूद थे.

पढ़ें - दिल्ली रवाना हुए लालू यादव, राजधानी में मनाएंगी दिवाली

बता दें कि इस यूनिट में तैयार डीजल और पेट्रोल की सप्लाई किसानों के अलावा नगर निगम को भी होगी. ये यूनिट 70 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल और डीजल बेचेगी. पहले दिन ही 40 किलो प्लास्टिक कचरे से 37 लीटर डीजल तैयार कर लिया गया. केंद्र सरकार की पीएमईजीपी योजना के तहत 25 लाख रुपए लोन लेकर इस यूनिट को खोला गया है. ये देश ही नहीं बल्कि विश्व का एकमात्र ऐसा प्लांट बन गया है, जहां प्लास्टिक से डीजल और पेट्रोल बनाया जाता है. इसका पेटेंट मुजफ्फरपुर की ही संस्था ग्रेविटी एग्रो एंड एनर्जी को मिला है.

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