मंडला/बालाघाट। मध्य प्रदेश में बाघों की मौक का सिलसिला लगातार जारी है. एक ओर मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का अवॉर्ड मिला, वहीं कुछ घंटों बाद ही एक बुरी खबर सामने आई. दरअसल मंडला के कान्हा नेशनल पार्क में एक बाघ की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि लगभग दो साल के बाघ का क्षत-विक्षत हालत में शव मिला, इसके साथ ही बाघ की अब एमपी में बाघों की संख्या 785 से घटकर 784 रह गई है.
बाघ का शव मिला, जानवरों ने खाया: मध्य प्रदेश के मंडला जिले के कान्हा टाइगर रिजर्व (केटीआर) में एक बाघ का सड़ा-गला शव मिला है, एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. केटीआर के क्षेत्र निदेशक एसके सिंह ने कहा कि "कान्हा टाइगर रिजर्व के कोर जोन अंतर्गत भैंसानघाट परिक्षेत्र के खमोडीदादर बीट के कक्ष क्रमांक 240 में गस्ती के दौरान लगभग 18-24 महीने की उम्र के बाघ का क्षत-विक्षत शव कर्मचारियों के द्वारा देखा गया, जिसकी तत्काल जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई. इसके बाद मैं तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा, जहां घटनास्थल के निरीक्षण से पता चला कि शव 8 से 10 दिन पुराना था, जिसे आंशिक रूप से जानवरों ने खाया था."
बाघ की मौत पर होगी विसरा की जांच: एसके सिंह ने आगे कहा कि "घटनास्थल के आसपास पाई गई हड्डियों को एकत्र किया गया और केटीआर के पशु चिकित्सकों ने शव परीक्षण किया, फिलहाल मौत का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. शव परीक्षण के बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देशों के अनुसार शव का निपटान कर दिया गया और विसरा की जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाएगा."
एमपी बना है टाइगर स्टेट: 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 2023 मनाया गया, जहां पूरे देश में मध्य प्रदेश बाघों के मामले में अव्वल रहा. एमपी में 6 बाघ अभयारण्य में 785 चीते पाए गए थे, लेकिन कान्हा नेशनल पार्क में बाघ की मौत के बाद अब ये संख्या 784 रह गई है. फिलहाल सवाल ये है टाइगर स्टेट होने के बाद भी बाघों की मौत ऐसे हालातों में होगी तो कैसे काम चलेगा, क्योंकि टाइगर और चीतों की सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा कर्मचारी तैनात किए गए हैं.
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