सरायकेला: जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में लगभग बनकर तैयार हो चुके पूर्वी भारत के पहले इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक के बड़े उद्योग स्थापित होंगे. जिससे यह क्षेत्र अब इलेक्ट्रॉनिक हब के रूप में भी विकसित हो सकेगा. पूर्वी भारत के इस पहले इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में 15 रुपये वर्ग फीट पर डेढ़ लाख वर्ग फीट जमीन उद्योगों को आवंटित किए जाएंगे. यह जानकारी राज्य उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर निरीक्षण के दौरान दी.
एंकर इंडस्ट्री यूनिट स्थापित करने के लिए बनेगी पॉलिसी
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में एंकर इंडस्ट्री यूनिट स्थापित करने के लिए झारखंड सरकार जल्द ही नई पॉलिसी भी बनाएगी. यहां एक नए इलेक्ट्रॉनिक के औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है. ईएमसी निरीक्षण करने पहुंची राज्य उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने बताया कि पूर्वी भारत समेत झारखंड के पहले इस इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में कुल 51 प्लॉट है, जो 1,100 से लेकर 2,000 वर्ग फीट के तैयार हैं. अब तक प्रोजेक्ट पर कुल 185 करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं. इसके साथ ही यहां सड़क, बिजली, पानी समेत मूलभूत सुविधाओं भी स्थापित होने वाले उद्योगों को प्रदान किए जाएंगे.
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निवेशकों को किया जा रहा आमंत्रित
अब तक ऑटोमोबाइल उद्योग पर आश्रित सरायकेला के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र को इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के रूप में विकसित किए जाने और इलेक्ट्रॉनिक हब डिवेलप करने को लेकर झारखंड सरकार ने मल्टीनेशनल इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया है. उद्योग सचिव पूजा सिंघल ने बताया कि डेल, एचपी, लेनेवो जैसी बड़ी कंपनियों को यहां यूनिट स्थापित करने के लिए आमंत्रित की जाएंगी ताकि इससे जोड़कर अन्य उद्योगों का भी विकास हो सके.