सरायकेलाः जिले के चांडिल डैम से प्रभावित विस्थापितों के हक अधिकार के लिए गांधी जयंती अथवा विश्व अहिंसा दिवस के अवसर पर विस्थापितों ने विस्थापित मुक्ति वाहिनी के बैनर तले एक दिवसीय जन जल सत्याग्रह किया.
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सैकड़ों की संख्या में विस्थापित शामिल
इस कार्यक्रम में स्वर्णरेखा डैम में सैकड़ों की संख्या में विस्थापित शामिल हुए. विस्थापित के पूर्व घोषित कार्यक्रम के द्वारा 29 अगस्त को पुनर्वास अधीक्षक कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन किया गया था, जिसमें 6 सूत्री मांगों को लेकर विभाग को अल्टीमेटम दिया गया था. उस पर कार्रवाई नहीं करने पर विस्थापित मुक्ति वाहिनी के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में विस्थापितों ने जन जल सत्याग्रह कर सरकार को चेताया कि उनकी मांगों को पर पहल नहीं करती है तो 2020 जनवरी से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह करने को बाध्य होंगे. विस्थापितों ने सरकार के समक्ष मांग की है कि 2003 विस्थापित नीति, 2012 विस्थापित नीति के आधार पर मुआवजा, सभी 18 पुनर्वास स्थलों का सीमांकन, पुनर्वास स्थल में आवंटित भूखंडों का मालिकाना हक, सभी विस्थापितों को स्पेशल पैकेज दिया जाए.