रांची: रिम्स के छात्रों को हॉस्टल लौटने की अनुमति प्रबंधन ने दे दी है. इयरवाइज इन्हें एंट्री मिलेगी. सात अगस्त को 2019 बैच के विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा. वहीं नौ अगस्त को 2020 बैच के छात्र हॉस्टल लौट सकते हैं. इसी प्रकार से 2021 बैच वालों को 12 अगस्त को हॉस्टल में प्रवेश मिलेगा. वहीं सबसे अंत में 2022 बैच के छात्रों को 14 अगस्त को प्रवेश की अनुमति मिली है. छात्रों को 17 दिन बाद वापस से हॉस्टल में रहने की अनुमति मिली है.
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हॉस्टल में प्रवेश के लिए ये हैं शर्तें: रिम्स प्रबंधन की तरफ से जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि छात्रों को हॉस्टल में फिर से प्रवेश कराने के मामले में इस बार शर्तें रखी गई हैं. इसमें ये ध्यान रखा गया है कि सबसे पहले वैसे छात्रों को प्रवेश कराया जाएगा जो झारखंड राज्य से बाहर निवास करते हैं. उसके बाद वैसे छात्र को प्रवेश कराया जाएगा जो रांची जिले से बाहर रह रहे हैं. इन दोनों तरह के छात्रों को शिफ्ट कराने के बाद फिर वैसे छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी जो रिम्स क्षेत्र से छह किलोमीटर दूर रह रहे हैं.
जनसंपर्क पदाधिकारी ने क्या कहा: जनसंपर्क पदाधिकारी डॉक्टर राजीव रंजन ने बताया कि जिस तरह से 18 जुलाई को रिम्स परिसर में घटना हुई थी, वह कहीं ना कहीं रिम्स की गरिमा को धूमिल कर रहा था. इसे देखते हुए रिम्स प्रबंधन की तरफ से ऐसे सख्त निर्णय लिए गए. कहा कि यदि ऐसे निर्णय नहीं लिए जाते तो आने वाले दिनों में छात्रों की उदंडता और भी बढ़ सकती थी.
डॉक्टर राजीव रंजन ने कहा कि छात्रों और अस्पताल के हित को देखते हुए 2019 से 2022 तक के छात्रों को हॉस्टल से कुछ दिनों के लिए निकाला गया था. कहा कि छात्रों को चेतावनी दी गई कि यदि आगे से ऐसा कोई भी काम उनके द्वारा किया जाता है तो आने वाले दिनों में सख्त कार्रवाई की जाएगी.
क्या है छात्रावास से जुड़ा ये मामला: रिम्स प्रबंधन ने छात्रों के अनुशासनहीनता की शिकायत पर कार्रवाई की थी. प्रबंधन को शिकायत मिली थी कि छात्र आपस में लड़ाई झगड़ा करते हैं. साथ ही अपने आस-पास के लोगों को अपने कार्य से डिस्टर्ब करते हैं. इसी को लेकर प्रबंधन ने सख्त कदम उठाए. मामले की जानकारी होने के बाद प्रबंधन से विद्यार्थियों के पैरेंट्स को बुलाया गया था. अब फिर से लगभग 17 दिन बाद सात अगस्त से प्रबंधन ने छात्रों को हॉस्टल में रहने के लिए आदेश जारी कर दिया है.