रांची: होमगार्ड और पुलिस जवान के सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति पत्र की मांग का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है. शनिवार कि देर रात रांची के मोरहाबादी मैदान में पिछले 27 दिनों से धरना दे रहे इन अभ्यर्थियों को पुलिस ने जबरन हटा दिया और खेलगांव में अस्थाई जेल बनाकर सभी को कैद कर लिया. अस्थाई जेल में कैद करने की जानकारी बीजेपी को मिलते ही अभ्यर्थियों की मदद करने बीजेपी विधायक और नेता खेलगांव पहुंचे, जहां प्रशासन और नेताओं के बीच जमकर नोकझोंक हुई.
अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जताया विरोध
पूरा मामला जब देर शाम तक नहीं सुलझ सका तो जिला प्रशासन ने कैद किए अभ्यर्थियों को अपने-अपने घर जाने की सलाह देते हुए स्टेशन और बस पड़ाव पर छोड़ दिया. अभ्यर्थियों ने बताया कि स्टेशन और बस पड़ाव पर छोड़ने से पहले यह कहा जा रहा था कि टिकट और जाने का भाड़ा प्रशासन की तरफ से दी जाएगी, लेकिन यहां पर आने के बाद ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई. अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रशासन और राज्य सरकार का रवैया कहीं से भी अच्छा नहीं है. अभ्यर्थियों ने कहा कि उनलोगों ने नियुक्ति पत्र की मांग की थी जो हक है, लेकिन सरकार ने जिस तरह से व्यवहार किया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि हम अपनी मांग को रखने के लिए आने वाले समय में और उग्र प्रदर्शन करेंगे.
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जिला पुलिस और होमगार्ड के सफल अभ्यर्थी पिछले 27 दिनों से मोरहाबादी मैदान में नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन शनिवार देर रात जिला प्रशासन के लोगों ने सभी अभ्यर्थियों को जबरन वहां से हटा दिया, क्योंकि मोरहाबादी मैदान में 29 दिसंबर को राज्य सरकार के एक साल पूरे होने पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होना है.