रांचीः झारखंड सरकार ने 21 दिसंबर से कंटेनमेंट जोन के बाहर दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल को ऑफलाइन कक्षा लेने की अनुमति प्रदान कर दी है. इसके लिए विद्यार्थियों के अभिभावकों से अनुमति लेना जरूरी होगी. साथ ही इस दौरान ऑफलाइन क्लास भी जारी रहेगी तो दूसरी ओर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से मैट्रिक इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं. सिलेबस में कटौती कर दी गई है. सवालों का खाका भी तैयार कर लिया गया है.
मामले को लेकर जैक अध्यक्ष ने जानकारी दी है. वर्ष 2021 में होने वाले मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर सवालों का खाका तैयार कर लिया गया है.
कोविड-19 के मद्देनजर इस वर्ष छात्रों को कई सहूलियत दी जा रहीं हैं. झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से इस बार छात्रों की उपस्थिति को आधार मानकर इंटरनल एसेसमेंट में छात्रों का अंक न कटे इसलिए इसे 10 अंक का ही बनाया गया है. बाकी के 10 अंक को मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन में जोड़ दिया गया है.
कोरोना के मद्देनजर शिक्षा विभाग की ओर से दसवीं और बारहवीं के सिलेबस में 40 प्रतिशत कटौती की गई थी. इसी के आधार पर परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव करने का निर्णय लिया गया था.
इस बार की परीक्षा में आने वाले सवालों को ऑब्जेक्टिव सवालों के संख्या को लगभग दोगुना कर दिया गया है. पहले जहां मैट्रिक और इंटर में 10 से 15 फीसदी ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते थे.
इस बार इसे बढ़ाकर मैट्रिक में 30 प्रतिशत और इंटर में 40 प्रतिशत कर दिया गया है. मैट्रिक में प्रैक्टिकल को ध्यान में रखते हुए 20 फीसदी ही ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे.
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बाकी 10 फीसदी से ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे. इस बार जैक की ओर से शार्ट और वेरी शार्ट सवालों के वेटेज में बढ़ोतरी की गई है. मैट्रिक और इंटर में इन दोनों से 40 फीसदी ही सवाल पूछे जाएंगे.
पिछले साल तक अलग-अलग विषयों में इसकी संख्या अलग-अलग होती थी, जबकि इस बार विद्यार्थियों को कोरोना के कारण सहूलियत दी जा रही है.
एक -दो दिनों के अंदर जैक के वेबसाइट पर मॉडल प्रश्न पत्र भी जारी कर दिए जाएंगे जिससे कि विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करने में आसानी होगी.
बोर्ड परीक्षा को देखते हुए स्कूल खोलने का निर्णय
इधर आपदा प्रबंधन और स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से जारी निर्देश के बाद तमाम स्कूलों में दसवीं और बारहवीं के कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जाने को लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं.
हालांकि मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा को ध्यान में रखते हुए ही यह निर्णय लिया गया है. सरकार की ओर से जारी निर्देश सरकारी और निजी दोनों स्कूलों के लिए लागू है.
कोरोना महामारी के मद्देनजर जारी तमाम गाइडलाइन का पालन क्लासेस के दौरान होगा. बच्चों को स्कूल आने से पहले माता-पिता की अनुमति का पत्र लेकर स्कूल आना होगा. मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कोई परेशानी ना हो. इसके मद्देनजर प्रयोग के तौर पर फिलहाल स्कूल खोले जाने का निर्णय सरकार की ओर ली गई है.