रांचीः कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर पूरी दुनिया में भय का माहौल है. दुनिया भर के डॉक्टर इस नए वैरिएंट पर नजर रखे हुए हैं. रांची के डॉक्टर्स की भी इस पर पैनी निगाह है. रांची के चिकित्सकों ने आम लोगों को सलाह दी है कि कोरोना के नए Omicron Variant से घबराएं नहीं, लेकिन सावधान रहें.
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कोरोना ने रांची में जब दस्तक दी थी तभी से रिम्स कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य के रूप में काम कर रहे युवा डॉक्टर निशीथ एक्का कहते हैं कि दुनिया भर से अभी तक जो रिपोर्ट आ रही है और इस वैरिएंट का जो व्यवहार अब तक सामने आया है. अगर आगे भी वैसा ही रहा तो ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि भले ही इस वैरिएंट का इंफेक्शन रेट हाई है लेकिन मरीज के गंभीर हो जाने या उसे ऑक्सीजन की जरूरत पड़ने की दर न के बराबर है.
कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट पर वैक्सीन का प्रभाव नहीं होने या इस वैरिएंट में ढेर सारे बदलाव की वजह से वैक्सीन लेने के बाद बड़े एंटीबाडी का असर नहीं होने की खबरों को लेकर डॉ. निशीथ एक्का ने कहा कि मेरा मानना है कि वैसी वैक्सीन जो m-rna या स्पाइक प्रोटीन पर आधारित हैं, वहां ऐसा कुछ संभव है पर अपनी स्वदेशी वैक्सीन COVAXIN जिस परंपरागत तकनीक से बनी है उसमें कोरोना के पूरे वायरस को ही इनएक्टिव कर इस्तेमाल किया गया है. इसलिए यह कोरोना के हर वैरिएंट के खिलाफ कारगर और असरदार होगी.
ओमीक्रोन के खिलाफ सरकार उठा रही सही कदम, करें सहयोगः डॉ. प्रभात
रिम्स कोरोना टास्क फोर्स के संयोजक डॉ. प्रभात कुमार का कहना है कि जैसे ही कोरोना के नए वैरिएंट के मिलने की पुष्टि हुई. सरकार ने सही दिशा में कदम उठाना शुरू कर दिए लेकिन जरूरी है कि हमसब भी सरकार की मदद करें. शादी विवाह, आने वाले क्रिसमस और नये साल के जश्न को लेकर संयमित रहें तो बहुत संभव है कि यह सामान्य इंफेक्शन जैसा ही हो और बेअसर हो जाए.
डॉ प्रभात ने कहा कि इस नए वैरियंट को लेकर पूरा रिम्स कोविड टास्क फोर्स अलर्ट है ।
05 से 07 गुना तेजी से फैलता है ओमीक्रोनः डॉ. बिमलेश
झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेस एसोसिएशन के सचिव और रांची सदर अस्पताल में वैक्सीनशन के नोडल पदाधिकारी डॉ. बिमलेश सिंह का कहना है कि अभी तक कि रिपोर्ट और WHO से मिली जानकारी के अनुसार ओमीक्रोन वैरिएंट सामान्य कोरोना वायरस से 05 से 07 गुना ज्यादा तेजी से तो फैलता है पर इससे कोई डेथ अभी तक रिकॉर्ड में नहीं आई है.
इससे संक्रमित व्यक्ति की स्थिति गंभीर होती है, इसलिए इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है पर कोविड अनुरूप व्यवहार जो कोरोना के पहले और दूसरे वेब के दौरान हमलोग अपना चुके हैं उसे जारी रखना होगा. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क लगाना और जल्द से जल्द कोरोना की वैक्सीन लगवाना जरूरी है.