रांचीः अतिक्रमण को लेकर रांची नगर निगम की ओर से लगातार सख्ती बरती जा रही है. जहां-जहां अतिक्रमण कर दुकान चलाए जा रहे हैं वहां-वहां पर नगर निगम के अधिकारियों की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है. इसी को लेकर गुरुवार को नगर निगम की ओर से राजधानी के मोरहाबादी स्थित सड़क किनारे चल रहे अवैध दुकानों को बंद कराने के लिए इंफोर्समेंट की टीम पहुंची. इंफोर्समेंट की टीम को देखते ही मोरहाबादी स्थित सभी दुकानदारों ने विरोध जताया और मामले ने तूल पकड़ लिया.
इसे भी पढ़ें- रांची: शादी समारोह से लौट रहे दो युवकों की सड़क हादसे में मौत, जांच में जुटी पुलिस
प्रशासन का तुगलकी फरमान
वहीं धरने पर बैठे दुकानदारों का कहना है कि आज जिस प्रकार से प्रशासन की ओर से तुगलकी फरमान सुनाया गया है. इससे हम लोगों के मन में यह संशय बरकरार है कि दुकानदारों को यहां से दुकान हटाना है या फिर कार्यक्रम को देखते हुए कुछ दिनों के लिए बंद करना है. मोरहाबादी दुकानदार संघ के अध्यक्ष कुमार रोशन ने बताया कि नगर निगम के इस तुगलकी फरमान से दुकानदार परेशान है. नगर निगम और अधिकारियों को यह स्पष्ट करना होगा की उनकी ओर से क्या दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ उन्होंने बताया कि पूरे मामले को लेकर उपायुक्त को बताया जाएगा और अगर स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की जाती है तो उसको लेकर सरकार से भी बात की जाएगी.
राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश
मौके पर मौजूद कांग्रेस नेता दीपक ओझा ने बताया कि नगर निगम और नगर निगम के अधिकारियों की ओर से गरीबों को परेशान करने की साजिश है. क्योंकि हेमंत सरकार गरीबों के लिए काम करती है, लेकिन जिस तरह से अचानक यह तुगलकी फरमान जारी किया गया. इससे कहीं ना कहीं यह प्रतीत होता है कि नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर की ओर से राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह की साजिश रची जा रही है.