रांची: झारखंड के विभिन्न जिलों में हिंदी स्कूलों के आगे उर्दू (Urdu School Issue) लिख नाम बदलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले को लेकर राज्य सरकार के शिक्षा विभाग कार्रवाई के मूड में है. इसी कड़ी में स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने संबंधित अधिकारियों से कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
बताते चलें कि सबसे पहले जामताड़ा जिला में स्कूलों के आगे उर्दू स्कूल लिखने का मामला प्रकाश में आया था. धीरे धीरे राज्य के कई जिलों से ऐसे ही मामले उभर कर सामने आने लगे. मामले को लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने भी जामताड़ा समेत विभिन्न जिलों के शिक्षा पदाधिकारियों के साथ विशेष रूप से बैठक की और इसकी पूरी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को झारखंड में स्कूलों के नाम बदलने के मामले पर शिक्षा विभाग कार्रवाई के मूड में दिखा.
शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि स्कूल का नाम बदले जाने के दोषियों से स्पष्टीकरण मांगा जाए और संबंधित जिम्मेदार जिला शिक्षा पदाधिकारियों को चिन्हित कर उन पर भी कार्रवाई की जाए. अगर संतोषजनक जवाब पदाधिकारियों की ओर से नहीं दी जाती है तो उन्हें तत्काल सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा भी किया जाए. पदाधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने कहा है कि इस तरह का मामला सरासर गलत है.
स्कूलों का नाम बदल देना यह कहीं से भी तर्कसंगत नहीं है. स्कूल प्रबंधन कमेटी ऐसे मामलों पर अगर निगरानी नहीं रख रही है तो ऐसे कमेटी का भी क्या काम है. उन कमेटियों को भी भंग कर देना चाहिए. बीआरपी सीआरपी भी इस मामले पर निगरानी नहीं रख रही है. इसका मतलब है कि इस मामले में कई लोगों की संलिप्तता हो सकती है. शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा है कि इस पूरे मामले को लेकर शिक्षा विभाग काफी गंभीर है. कहीं से भी ऐसे मामले की सूचना मिलने पर इसकी जांच की जा रही है और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिए अनुशंसा भी की जा रही है.