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साइबर अपराधियों ने हजारीबाग जिला आपूर्ति पदाधिकारी का लॉगिग किया हैक, बनाया सैकड़ों फर्जी राशन कार्ड

साइबर अपराधियों ने हजारीबाग जिला आपूर्ति पदाधिकारी का लॉगिग हैक कर लिया है. हैकर्स ने सैकड़ों की संख्या में फर्जी राशन कार्ड (Fake ration card) बना दिया है. हालांकि, जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

Hazaribag district supply officer
साइबर अपराधियों ने हजारीबाग जिला आपूर्ति पदाधिकारी का लॉगिग किया हैक
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Published : Dec 12, 2022, 9:32 AM IST

जानकारी देते पदाधिकारी

रांची/हजारीबागः झारखंड में साइबर अपराधी तेजी से पांव पसार रहे हैं. अब तक जामताड़ा जिला साइबर अपराधियों का गढ़ माना जाता था. लेकिन साइबर अपराधी झारखंड के लगभग जिले में फैल चुका है. अब साइबर अपराधी सरकारी दफ्तरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. ताजा मामला हजारीबाग का है. साइबर अपराधियों ने यहां के जिला आपूर्ति पदाधिकारी(डीएसओ) का लॉगिन हैक कर सैकड़ों ग्रीन राशन कार्ड का नेचर बदल (Fake ration card) दिया है.

यह भी पढ़ेंः जामताड़ा में दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा साइबर अपराधी, ट्रांजिट रिमांड पर टीम ले गई अपने साथ

दरअसल, ग्रीन कार्ड उनका बनता है, जो गरीब तो हैं. लेकिन कोटा नहीं होने के चलते इनका गुलाबी कार्ड नहीं बन पाता है. कोटा खाली होते ही ऐसे ग्रीन कार्ड को गुलाबी में बदल दिया जाता है. हैकर्स ने सैंकड़ो की संख्या में ऐसे ग्रीन कार्ड को बिना कोटा ही गुलाबी कार्ड में बदल दिया है. गुलाबी कार्ड पर परिवार के हर सदस्य को एक रुपये किलो की दर से पांच-पांच किलो खाद्य सामग्री मिलती है.

हजारीबाग जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि 5 दिन पहले विभाग से एक लिस्ट मिली. इस लिस्ट के आधार पर रिकॉर्ड चेक किया तो जानकारी मिली कि लॉगिन हैक किया जा चुका है. उन्होंने मुख्यालय को इसकी जानकारी दे दी है. उन्होंने हजारीबाग के लोहसिंहना थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है. साइबर अपराधियों की इस हरकत के बाद जिले में नया राशन कार्ड जारी किए जाने पर भी रोक लगा दी गई है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि रिकॉर्ड का मिलान किया जा रहा है. इसके अलावा उस कंप्यूटर ऑपरेटर से भी पूछताछ की जा रही है, जिसको लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया गया था. उन्होंने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपने स्तर से ऐसा कुछ नहीं किया है. फिलहाल नया राशन कार्ड नहीं बनने की वजह से गरीब लाभुकों की परेशानी बढ़ गई है.

जानकारी देते पदाधिकारी

रांची/हजारीबागः झारखंड में साइबर अपराधी तेजी से पांव पसार रहे हैं. अब तक जामताड़ा जिला साइबर अपराधियों का गढ़ माना जाता था. लेकिन साइबर अपराधी झारखंड के लगभग जिले में फैल चुका है. अब साइबर अपराधी सरकारी दफ्तरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. ताजा मामला हजारीबाग का है. साइबर अपराधियों ने यहां के जिला आपूर्ति पदाधिकारी(डीएसओ) का लॉगिन हैक कर सैकड़ों ग्रीन राशन कार्ड का नेचर बदल (Fake ration card) दिया है.

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दरअसल, ग्रीन कार्ड उनका बनता है, जो गरीब तो हैं. लेकिन कोटा नहीं होने के चलते इनका गुलाबी कार्ड नहीं बन पाता है. कोटा खाली होते ही ऐसे ग्रीन कार्ड को गुलाबी में बदल दिया जाता है. हैकर्स ने सैंकड़ो की संख्या में ऐसे ग्रीन कार्ड को बिना कोटा ही गुलाबी कार्ड में बदल दिया है. गुलाबी कार्ड पर परिवार के हर सदस्य को एक रुपये किलो की दर से पांच-पांच किलो खाद्य सामग्री मिलती है.

हजारीबाग जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि 5 दिन पहले विभाग से एक लिस्ट मिली. इस लिस्ट के आधार पर रिकॉर्ड चेक किया तो जानकारी मिली कि लॉगिन हैक किया जा चुका है. उन्होंने मुख्यालय को इसकी जानकारी दे दी है. उन्होंने हजारीबाग के लोहसिंहना थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है. साइबर अपराधियों की इस हरकत के बाद जिले में नया राशन कार्ड जारी किए जाने पर भी रोक लगा दी गई है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि रिकॉर्ड का मिलान किया जा रहा है. इसके अलावा उस कंप्यूटर ऑपरेटर से भी पूछताछ की जा रही है, जिसको लॉगिन आईडी और पासवर्ड दिया गया था. उन्होंने बताया कि कंप्यूटर ऑपरेटर ने अपने स्तर से ऐसा कुछ नहीं किया है. फिलहाल नया राशन कार्ड नहीं बनने की वजह से गरीब लाभुकों की परेशानी बढ़ गई है.

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