रांचीः ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के ठिकानों पर हुई ईडी की छापेमारी में कई बड़े खुलासे हुए हैं. मिली जानकारी के अनुसार चीफ इंजीनियर ने ठेकों में कट मनी के जरिए काली कमाई की है, जिससे जगह-जगह करोड़ो रुपए का निवेश भी किया है.
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सोमवार को हुई छापेमारी के दौरान एक डायरी भी ईडी ने बरामद किया है. इस डायरी में 19 नवंबर 2022 से 1 जनवरी तक का हिसाब किताब ईडी को मिला है. डायरी में 19 नवंबर को ओपनिंग बैलेंस 2.65 लिखा मिला है. ईडी को अंदेशा है कि यह आंकड़ा करोड़ों में है. अलग अलग तारीखों पर कितने पैसे बाहर निकले, इसका भी जिक्र डायरी में है. डायरी में एक जनवरी 2023 को आखिरी बैलेंस .50 लिखा गया है.
ईडी अधिकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की और मनी लाउंड्रिंग के जरिये वीरेंद्र राम ने दिल्ली और हरियाणा के सिरसा में निवेश किया. इन जगहों पर कई अलग अलग लोगों के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे. वहीं दिल्ली और सिरसा के इंट्री ऑपरेटरों की मदद से हवाला ट्रांजेक्शन किया गया. ईडी ने दिल्ली में ही 12 इंट्री ऑपरेटरों के यहां भी मंगलवार को दबिश दी है. वहीं अलग अलग जगहों पर छापेमारी के दौरान अरबों के निवेश के सुराग ईडी को मिले हैं.
ईडी ने पड़ताल के दौरान पाया है कि अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति का निवेश बड़े पैमानें पर जमीन और मकान में किया गया है. दिल्ली के रिहायशी डिफेंस कॉलोनी स्थित मकान की कीमत करीब 20 करोड़ से अधिक आंकी है. वहीं दिल्ली के छतरपुर में भी करोड़ों की लागत से बड़ा आशियाना है. आठ महंगी गाड़ियों हैं, जिसकी कीमत करोड़ों में है.
ईडी को सुराग मिला है कि बरहेट विधायक प्रतिनिधि और 1000 करोड़ के अवैध खनन के आरोपी पंकज मिश्रा ने भी अपने राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए टेंडर मैनेज कराया था. वीरेंद्र राम के जरिए संताल के एक बड़े परियोजना को मैनेज करने की बात ईडी के समक्ष आई है. ईडी इस संबंध में जांच कर रही है.