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जामताड़ा सदर अस्पताल का कारनामा, प्रसूति महिलाओं से वसूले जाते हैं रुपए

जामताड़ा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग का ऐसा कारनामा देखने को मिला, जिसे सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. यहां प्रसूति महिलाओं से पैसों की वसूली की जाती है. मामले का पर्दाफाश होने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.

सदर अस्पताल
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Published : Aug 10, 2019, 11:52 PM IST

जामताड़ा: जिले के सदर अस्पताल में प्रसूति महिलाओं से पैसा वसूला जाता है. पैसा नहीं देने पर मरीजों को परेशान भी किया जाता है. ताजा मामला एक पहाड़िया प्रसूति महिला के साथ देखने को मिला. जहां प्रसूति के बाद महिला से पैसे की मांग की गई, नहीं देने पर घंटों नवजात बच्चे को छोड़ दिया गया. इस दौरान परिजन परेशान रहे.

देखें पूरी खबर

बताया जाता है कि राजेश पहाड़िया ने 8 अगस्त को अपनी पत्नी को जामताड़ा सदर अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया. जहां बच्चा जन्म लेने के बाद सदर अस्पताल में प्रसूति विभाग में पैसे की मांग की जाने लगी. नहीं देने पर बच्चे को छोड़ दिया गया, राजेश पहाड़िया ने बताया कि डिलीवरी के बाद पैसे की मांग की जाने लगी. नहीं देने पर उसके बच्चे को घंटों छोड़ दिया गया. सदर अस्पताल में पैसे की लेनदेन और कुव्यवस्था को लेकर स्थानीय झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने भी सवाल खड़ा किया है.

ये भी पढ़ें- छेड़खानी का विरोध करने पर पीड़ित परिवार पर जानलेवा हमला, मां और भाई जख्मी

असित मंडल ने बताया कि सदर अस्पताल में मामूली से इलाज के लिए भी मरीजों को परेशान किया जाता. बताया जाता है कि सदर अस्पताल में प्रसूति महिला से पैसा वसूली जाने और इसकी शिकायत और मामला के खुलासा होने के बाद जामताड़ा जिला के उपायुक्त ने इसे गंभीरता से लिया. मामले में सिविल सर्जन ने पैसे लेने वाली नर्स को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया. जब इस बारे में सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होंने मामले में बचाव की मुद्रा में दिखी. दोषी को जिला के उपायुक्त का आदेश का अवहेलना करते हुए बताया कि नर्स को चेतावनी दी गई है.

जामताड़ा: जिले के सदर अस्पताल में प्रसूति महिलाओं से पैसा वसूला जाता है. पैसा नहीं देने पर मरीजों को परेशान भी किया जाता है. ताजा मामला एक पहाड़िया प्रसूति महिला के साथ देखने को मिला. जहां प्रसूति के बाद महिला से पैसे की मांग की गई, नहीं देने पर घंटों नवजात बच्चे को छोड़ दिया गया. इस दौरान परिजन परेशान रहे.

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बताया जाता है कि राजेश पहाड़िया ने 8 अगस्त को अपनी पत्नी को जामताड़ा सदर अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया. जहां बच्चा जन्म लेने के बाद सदर अस्पताल में प्रसूति विभाग में पैसे की मांग की जाने लगी. नहीं देने पर बच्चे को छोड़ दिया गया, राजेश पहाड़िया ने बताया कि डिलीवरी के बाद पैसे की मांग की जाने लगी. नहीं देने पर उसके बच्चे को घंटों छोड़ दिया गया. सदर अस्पताल में पैसे की लेनदेन और कुव्यवस्था को लेकर स्थानीय झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने भी सवाल खड़ा किया है.

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असित मंडल ने बताया कि सदर अस्पताल में मामूली से इलाज के लिए भी मरीजों को परेशान किया जाता. बताया जाता है कि सदर अस्पताल में प्रसूति महिला से पैसा वसूली जाने और इसकी शिकायत और मामला के खुलासा होने के बाद जामताड़ा जिला के उपायुक्त ने इसे गंभीरता से लिया. मामले में सिविल सर्जन ने पैसे लेने वाली नर्स को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया. जब इस बारे में सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होंने मामले में बचाव की मुद्रा में दिखी. दोषी को जिला के उपायुक्त का आदेश का अवहेलना करते हुए बताया कि नर्स को चेतावनी दी गई है.

Intro:जामताड़ा सदर अस्पताल का कारनामा जहां प्रसूति महिलाओं से वसूला जाता है पैसा । नहीं देने पर किया जाता है मरीजों को परेशान ।


Body:ताजा मामला एक पहाड़िया प्रस्तुति महिला के साथ घटने का सामने आया है। जिसमें प्रसूति के बाद महिला से पैसे की मांग की गई। नहीं देने पर घंटों नवजात बच्चे को छोड़ दिया गया। परिजन परेशान होते रहे ।बताया जाता है कि राजेश पहाड़िया अपने पत्नी को सदर अस्पताल में 8 अगस्त को रात में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया ।जहां बच्चा जन्म लेने के बाद अस्पताल में प्रसूति विभाग में पैसे की मांग की जाने लगी। नहीं देने पर बच्चे को छोड़ दिया गया ।राजेश पहाड़िया ने इस बाबत बताया कि 8 अगस्त को अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था । डिलीवरी के बाद पैसे की मांग की जाने लगी। नहीं देने पर उसके बच्चे को घंटों छोड़ दिया । राजेश पांडेय ने बताया कि से ₹500 की मांग की जा रही थी ।

बाईट राजेश पहाड़िया प्रसूति के पति

V2 सदर अस्पताल में पैसे की लेनदेन एवं कुव्यवस्था को लेकर स्थानीय झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता उपप्रमुख मैं भी सवाल खड़ा किया है। असित मंडल ने बताया कि सदर अस्पताल में मामूली से इलाज के लिए भी मरीजों को परेशान किया जाता और रेफर कर दिया जाता है। पैसे लेने की तो बात आम हो गई है।
बाईट अजीत मंडल उप प्रमुख जामताड़ा

V3 बताया जाता है कि सदर अस्पताल में प्रसूति महिला से पैसा वसूली जाने और इसकी शिकायत और मामला के खुलासा होने के बाद जामताड़ा जिला के उपायुक्त इसे गंभीरता से लिया और जामताड़ा जिला के सिविल सर्जन को इस मामले में पैसा लेने वाले नर्स को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया ।लेकिन जब इस बारे में सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होंने मामले में बचाव की मुद्रा में दिखी और दोषी को जिला के उपायुक्त का आदेश का अवहेलना करते हुए बताया कि नर्स को चेतावनी दी गई है। उसे कारण पृच्छा किया जा रहा है ।जिला के सिविल सर्जन का कहना था किइसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बाईट सिविल सर्जन जामताड़ा


Conclusion:सदर अस्पताल जामताड़ा में पैसे के चल रहे इस खेल का खुलासा होने और कारनामे के बाद अब देखना यह है कि प्रशासन और सरकार इस मामले को कितना गंभीरता से लेती है।

संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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