जामताड़ा: जिले के सदर अस्पताल में प्रसूति महिलाओं से पैसा वसूला जाता है. पैसा नहीं देने पर मरीजों को परेशान भी किया जाता है. ताजा मामला एक पहाड़िया प्रसूति महिला के साथ देखने को मिला. जहां प्रसूति के बाद महिला से पैसे की मांग की गई, नहीं देने पर घंटों नवजात बच्चे को छोड़ दिया गया. इस दौरान परिजन परेशान रहे.
बताया जाता है कि राजेश पहाड़िया ने 8 अगस्त को अपनी पत्नी को जामताड़ा सदर अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया. जहां बच्चा जन्म लेने के बाद सदर अस्पताल में प्रसूति विभाग में पैसे की मांग की जाने लगी. नहीं देने पर बच्चे को छोड़ दिया गया, राजेश पहाड़िया ने बताया कि डिलीवरी के बाद पैसे की मांग की जाने लगी. नहीं देने पर उसके बच्चे को घंटों छोड़ दिया गया. सदर अस्पताल में पैसे की लेनदेन और कुव्यवस्था को लेकर स्थानीय झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने भी सवाल खड़ा किया है.
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असित मंडल ने बताया कि सदर अस्पताल में मामूली से इलाज के लिए भी मरीजों को परेशान किया जाता. बताया जाता है कि सदर अस्पताल में प्रसूति महिला से पैसा वसूली जाने और इसकी शिकायत और मामला के खुलासा होने के बाद जामताड़ा जिला के उपायुक्त ने इसे गंभीरता से लिया. मामले में सिविल सर्जन ने पैसे लेने वाली नर्स को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया. जब इस बारे में सिविल सर्जन से पूछा गया तो उन्होंने मामले में बचाव की मुद्रा में दिखी. दोषी को जिला के उपायुक्त का आदेश का अवहेलना करते हुए बताया कि नर्स को चेतावनी दी गई है.