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सालखन मुर्मू ने बाबूलाल मरांडी के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर, जानिए वजह

आदिवासियों को हिंदू बताने वाले पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के बयान का लगातार विरोध किया जा रहा है. उनके इस बयान के विरोध में पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कदमा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.

एफआईआर
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Published : Mar 27, 2021, 6:52 PM IST

Updated : Mar 27, 2021, 8:30 PM IST

जमशेदपुरः जिले के कदमा थाना में आदिवासी सेंगेल अभियान प्रमुख सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पिछले दिनों बाबूलाल मरांडी द्वारा आदिवासी को हिन्दु बताने के विरोध में सालखन मुर्मू ने एफआईआर कराई है.

यह भी पढ़ेंः बाबूलाल मरांडी के बयान पर सालखन मुर्मू ने किया पलटवार, कहा- आदिवासी प्राकृतिक पूजक हैं

एफआईआर में सालखन मुर्मू ने लिखा है कि बाबूलाल मरांडी ने आदिवासी जन्म से हिंदू हैं का सार्वजनिक वक्तव्य 7 मार्च 2021 को रांची में दिया फिर 14 मार्च 2021 को जमशेदपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों के समक्ष में दुहराया, जो संविधान के अनुच्छेद 19,21,25 का घोर उल्लंघन है.

एफआईआर
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जबरन हिंदू बनाने का एक षड्यंत्र

आदिवासी समाज के साथ मानसिक एवं सामाजिक प्रताड़ना का ठोस सबूत है. अतः इसे FIR के रूप में स्वीकार किया जाए. उन्होंने लिखा है कि आदिवासी समाज हित में यह एफआईआर है.बाबूलाल मरांडी का वक्तव्य कि आदिवासी जन्म से हिंदू हैं, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19, 21 और 25 का घोर उल्लंघन तो है ही और कोई भी आदिवासी जो जन्म से हिंदू नहीं है, उसके लिए अपमानजनक है, क्रूरतापूर्ण भी है और बाकी सभी आदिवासी समाज के लोगों को जबरन हिन्दू बनाने का एक षड्यंत्र भी है.

यह भी पढ़ेंः हेमंत कौन होते हैं आदिवासियों का धर्म तय करने वाले: बाबूलाल मरांडी

सालखन मुर्मू ने लिखा है क्योंकि आदिवासी जन्म से हिंदू नहीं हूं, इसलिए बाबूलाल मरांडी के वक्तव्य से मुझे मानसिक और सार्वजनिक रूप से काफी आघात पहुंचा है और यह हमारे मान सम्मान और मौलिक अधिकार के खिलाफ भी है.

7 मार्च और 14 मार्च 2021 के बाद अब तक बाबूलाल मरांडी ने अपनी गलत, भ्रामक और अपमानजनक वक्तव्य को वापस नहीं लिया है, माफी भी नहीं मांगी है. इसलिए मुझे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का पूरा अधिकार है.

जमशेदपुरः जिले के कदमा थाना में आदिवासी सेंगेल अभियान प्रमुख सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पिछले दिनों बाबूलाल मरांडी द्वारा आदिवासी को हिन्दु बताने के विरोध में सालखन मुर्मू ने एफआईआर कराई है.

यह भी पढ़ेंः बाबूलाल मरांडी के बयान पर सालखन मुर्मू ने किया पलटवार, कहा- आदिवासी प्राकृतिक पूजक हैं

एफआईआर में सालखन मुर्मू ने लिखा है कि बाबूलाल मरांडी ने आदिवासी जन्म से हिंदू हैं का सार्वजनिक वक्तव्य 7 मार्च 2021 को रांची में दिया फिर 14 मार्च 2021 को जमशेदपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों के समक्ष में दुहराया, जो संविधान के अनुच्छेद 19,21,25 का घोर उल्लंघन है.

एफआईआर
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जबरन हिंदू बनाने का एक षड्यंत्र

आदिवासी समाज के साथ मानसिक एवं सामाजिक प्रताड़ना का ठोस सबूत है. अतः इसे FIR के रूप में स्वीकार किया जाए. उन्होंने लिखा है कि आदिवासी समाज हित में यह एफआईआर है.बाबूलाल मरांडी का वक्तव्य कि आदिवासी जन्म से हिंदू हैं, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19, 21 और 25 का घोर उल्लंघन तो है ही और कोई भी आदिवासी जो जन्म से हिंदू नहीं है, उसके लिए अपमानजनक है, क्रूरतापूर्ण भी है और बाकी सभी आदिवासी समाज के लोगों को जबरन हिन्दू बनाने का एक षड्यंत्र भी है.

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सालखन मुर्मू ने लिखा है क्योंकि आदिवासी जन्म से हिंदू नहीं हूं, इसलिए बाबूलाल मरांडी के वक्तव्य से मुझे मानसिक और सार्वजनिक रूप से काफी आघात पहुंचा है और यह हमारे मान सम्मान और मौलिक अधिकार के खिलाफ भी है.

7 मार्च और 14 मार्च 2021 के बाद अब तक बाबूलाल मरांडी ने अपनी गलत, भ्रामक और अपमानजनक वक्तव्य को वापस नहीं लिया है, माफी भी नहीं मांगी है. इसलिए मुझे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का पूरा अधिकार है.

Last Updated : Mar 27, 2021, 8:30 PM IST
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