जमशेदपुर: एक विशेष समुदाय में शामिल कराने के दबाब को लेकर किन्नरों के बीच जमकर लड़ाई हुई. मामला इतना बढ़ गया कि यह थाना तक पहुंच चुका है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
जमशेदपुर के बिरसानगर में शुक्रवार को किन्नर समाज की एक बैठक हुई, जिसमें सभी किन्नरों ने एक मत से निर्णय लिया कि वे किसी भी हालात में अपने नियम और धर्म को नहीं छोड़ेंगे, साथ ही धर्म परिवर्तन करवाने वालों का विरोध करेंगे. जानकारी के अनुसार, एक दिन पहले भालूभाषा के किन्नर समाज के दो गुटों के बीच जमकर लड़ाई हुई थी और भालूभाषा वाले किन्नरों ने शकिला ग्रुप के लोगों की पिटाई की थी. इसके विरोध में शकीला ग्रूप के लोगों ने धातकीडीह में सड़क पर जमकर हंगामा किया था. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामले को किसी तरह शांत कराया गया.
ये भी पढ़ें-झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरू, कोरोना रोकथाम को लेकर पुख्ता इंतजाम
इस सबंध में किन्नरों ने बताया कि भालूभाषा वाले किन्नर ग्रूप से उनलोगों के एरिया को लेकर काफी पहले से विवाद चला आ रहा है. इस मामले को लेकर पंचायत भी हो चुकी है और एरिया भी बांट दिया गया है, लेकिन फिर भी भालूभाषा वाले किन्नर समाज के लोग उनके एरिया में आ जाते हैं. इतना ही नहीं अब तो वे लोग धर्म परिवर्तन के लिए भी उनलोगों पर दबाव बना रहे हैं. धर्म परिवर्तन नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. किन्नरों ने कहा कि वे लोग अपना धर्म मानते हैं और किसी भी हालात में दूसरे धर्म को नहीं मानेंगे. किन्नरों के बीच हुए मारपीट मामले में पुलिस का कहना है कि मामले की पुलिस गंभीरता पूर्वक जांच रही है.