बोकारो: चुनावी साल है, आचार संहिता लागु होने की घोषणा होने वाली है. सभी राजनीतिक दल चुनावी मूड में हैं. ऐसे में बीजेपी की मातृ संस्था कही जाने वाली आरएसएस भी सक्रिय है. बोकारो के सेक्टर 5 के पुस्तकालय मैदान में शाखा संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया. जिससे पूरा मैदान भगवा रंग में रंगा नजर आया.
वहीं, आरएसएस जो अपने आप को राजनीतिक दल नहीं कहती है. उसने इस शाखा संगम के मंच से राजनीतिक शंखनाद किया है. इस दौरान विभाग संचालक केशव हरोदिया ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार उसकी बनती है, जिसकी संख्या होती है. उन्होंने कहा कि इस देश में जिस तरह की स्थिति है उससे निपटने के लिये एक मजबूत सरकार चाहिए, जो वर्तमान सरकार है.
उन्होंने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के घर में घुसकर जवाब दिया. ये निर्णय एक मजबूत सरकार ही ले सकती है. इसलिए जरूरी है कि लोग राजनीतिक रूप से सशक्त बने.
हरोदिया ने वामपंथियों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दूसरे का विचार सुनना नहीं चाहते हैं. तभी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में प्रसून जोशी को नहीं बुलाते हैं. क्योंकि वो देश की बात करते हैं. पहले वो रंग दे बसंती में वामपंथियों के अनुकूल क्रांति की बात करते थे तब उन्हें बुलाया जाता था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी तरह के विचारों का स्वागत करती है. यही वजह है कि प्रणब मुखर्जी को आरएसएस ने अपने कार्यक्रम में आमंत्रित किया था.