ETV Bharat / state

हार्डकोर नक्सली दंपति ने किया सरेंडर, दोनों पर था एक-एक लाख का इनाम - naxalite surrender

चाईबासा में रविवार को दंपत्ति नक्सली ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष सरेंडर किया. दोनों 1-1 लाख के इनामी नक्सली है.

हार्डकोर नक्सली दंपति ने किया सरेंडर
author img

By

Published : Mar 3, 2019, 7:25 PM IST

चाईबासा: लोकसभा चुनाव से पूर्व पश्चिम सिंहभूम पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. हार्डकोर नक्सली दंपत्ति ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष रविवार को आत्मसमर्पण कर दिया. बताया जा रहा की इस नक्सली दंपत्तिपर एक-एक लाख रुपये का इनाम था.

हार्डकोर नक्सली दंपति ने किया सरेंडर

झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली गणेश्वर और उसकी पत्नी शांति कंडुलना ने पश्चिम सिंहभूम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. नक्सली दंपत्तिप्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर अनमोल दा उर्फ समर दा के दस्ते के साथ वर्षों से काम कर रहे थे.

जबरन करवाई थी नसबंदी
दोनों नक्सली दंपत्ति को भाकपा माओवादी के शीर्ष नेताओं ने काफी प्रताड़ित किया था. दस्ते में रहते हुए ही दोनों नक्सली दंपत्तिको माओवादी के शीर्ष नेताओं के दबाव में आकर पुरुष नक्सली का नसबंदी भी करा दिया गया था. जिसे लेकर गोइंदा गगराई काफी मानसिक तनाव में था. इसके साथ ही जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं अभियान को लेकर भी गोइंदा गगराई काफी दबाव में था. नक्सली दंपत्तिके परिजनों के काफी समझाने के बाद दोनों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में जुड़ने का फैसला लिया.

undefined

दोनों को दिए गए 50-50 हजार के चेक
बता दें कि दोनों नक्सली दंपत्तिपर 1-1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था. वहीं, पुलिस अधीक्षक चंदन झा ने झारखंड सरकार आत्मसमर्पण नीति के तहत भाकपा माओवादी नक्सली दंपत्तियों को 50-50 हजार रुपये का चेक दिया.

कई अपराधिक मामले में थे संलिप्तता
प्रशासन के अनुसार दोनों के विरुद्ध विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं. गुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध अग्नियास्त्र विस्फोटक सामग्री रखने एवं लेवी मांगने, सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोर्ट में पेशी के बाद मंडल कारा चाईबासा में मारपीट कर जेल ब्रेक कर फरार होने कभी आरोप है. साथ ही किरीबुरू थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के नियत से पक्की सड़क में बम लगाने का भी आरोप है.

चाईबासा: लोकसभा चुनाव से पूर्व पश्चिम सिंहभूम पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. हार्डकोर नक्सली दंपत्ति ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष रविवार को आत्मसमर्पण कर दिया. बताया जा रहा की इस नक्सली दंपत्तिपर एक-एक लाख रुपये का इनाम था.

हार्डकोर नक्सली दंपति ने किया सरेंडर

झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली गणेश्वर और उसकी पत्नी शांति कंडुलना ने पश्चिम सिंहभूम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. नक्सली दंपत्तिप्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर अनमोल दा उर्फ समर दा के दस्ते के साथ वर्षों से काम कर रहे थे.

जबरन करवाई थी नसबंदी
दोनों नक्सली दंपत्ति को भाकपा माओवादी के शीर्ष नेताओं ने काफी प्रताड़ित किया था. दस्ते में रहते हुए ही दोनों नक्सली दंपत्तिको माओवादी के शीर्ष नेताओं के दबाव में आकर पुरुष नक्सली का नसबंदी भी करा दिया गया था. जिसे लेकर गोइंदा गगराई काफी मानसिक तनाव में था. इसके साथ ही जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं अभियान को लेकर भी गोइंदा गगराई काफी दबाव में था. नक्सली दंपत्तिके परिजनों के काफी समझाने के बाद दोनों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में जुड़ने का फैसला लिया.

undefined

दोनों को दिए गए 50-50 हजार के चेक
बता दें कि दोनों नक्सली दंपत्तिपर 1-1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था. वहीं, पुलिस अधीक्षक चंदन झा ने झारखंड सरकार आत्मसमर्पण नीति के तहत भाकपा माओवादी नक्सली दंपत्तियों को 50-50 हजार रुपये का चेक दिया.

कई अपराधिक मामले में थे संलिप्तता
प्रशासन के अनुसार दोनों के विरुद्ध विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं. गुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध अग्नियास्त्र विस्फोटक सामग्री रखने एवं लेवी मांगने, सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोर्ट में पेशी के बाद मंडल कारा चाईबासा में मारपीट कर जेल ब्रेक कर फरार होने कभी आरोप है. साथ ही किरीबुरू थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के नियत से पक्की सड़क में बम लगाने का भी आरोप है.

Intro:चाईबासा। लोकसभा चुनाव से पूर्व पश्चिम सिंहभूम पुलिस को मिली बड़ी सफलता हार्डकोर नक्सली दंपत्ति ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष किया आत्मसमर्पण ।




Body:झारखंड सरकार द्वारा प्रदत प्रत्यर्पण एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी हार्डकोर नक्सली दंपत्ति ने पश्चिम सिंहभूम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। नक्सली दंपत्ति प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सब जोनल कमांडर अनमोल दा उर्फ समर दा के दस्ते के साथ वर्षो से काम कर रहे थे।

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी अनमोल दा के दस्ते के सक्रिय सदस्य गोइंदा गागराई उर्फ रणवीर पात्रो उर्फ गणेश्वर एवं उसकी पत्नी शांति कंडुलना उर्फ अलबिना कंडुलना ने जिला पुलिस अधीक्षक चंदन झा के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।

जबरन नसबंदी करवाया था भाकपा के शीर्ष नेताओं ने -
दोनों नक्सली दंपत्ति को भाकपा माओवादी के शीर्ष नेताओं द्वारा काफी प्रताड़ित किया जाता था। दस्ते में रहते हुए ही दोनों नक्सली दंपत्ति को माओवादी के शीर्ष नेताओं के दबाव में आकर पुरुष नक्सली का नसबंदी भी करा दिया गया था। जिसे लेकर गोइंदा गगराई काफी मानसिक तनाव में रह रहा था। इसके साथ ही जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं अभियान को लेकर भी गोइंदा गगराई काफी दबाव में था। दोनों नक्सली दंपति के परिजनों के द्वारा समझाने के बाद दोनों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में जुड़ने का फैसला लिया।

दोनों नक्सल दंपति पर 1-1 लाख रुपए का इनाम रखा गया था एवं दोनों के विरुद्ध विभिन्न थानों में प्राथमिकी भी दर्ज है।

गोइंदा गागराई एवं उसकी पत्नी शांति कंडुलना पर कई अपराधिक मामले दर्ज है।
गोइंदा गागराई गुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध अग्नियास्त्र विस्फोटक सामग्री रखने एवं लेवी मांगने, सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोर्ट में पेशी के बाद मंडल कारा चाईबासा में मारपीट कर जेल ब्रेक कर फरार होने कभी आरोप है, इसके साथ ही किरीबुरू थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के नियत से पक्की सड़क में बम लगाने के भी आरोप है।
वहीं, गोइंदा की पत्नी शांति कांडुलना पर छोटानागरा थाना क्षेत्र अंतर्गत 2011 में बलीबा गांव के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ करने एवं उग्रवादी कैंप चलाने का आरोप है, नोवामुंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत माओवादियों के लेवी के रुपए को स्थानीय अशिक्षित गरीब लोगों को धमकाकर माओवादी के लिए फंडिंग करने के लिए पुराने रुपए जमा कर नए रुपये निकलवाने के आरोप हैं। इसके साथ ही किरीबुरू थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने के नियत से पक्की सड़क में बम लगाने के आरोपी है।

पुलिस अधीक्षक चंदन झा ने झारखंड सरकार आत्मसमर्पण नीति के तहत भाकपा माओवादी नक्सली दंपतियों को 50 - 50 हजार रुपये चेक प्रदान किया है।







Conclusion:जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक चंदन झा ने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे निरंतर अभियान के दबाव, झारखंड सरकार की की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर एवं नक्सली दंपत्ति के परिजनों के समझाने पर दोनों हार्डकोर नक्सलियों ने समाज के मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आत्मसमर्पण कर दिया है। दोनों उड़ीसा एवं झारखंड के पुलिस के साथ हुए कई मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.