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पश्चिम क्षेत्र के किसी भी गांव से नहीं निकाला जाएगा सरहुल जुलूस, घर घर जाकर होगी फूलखोसी

रांची में विभिन्न धार्मिक समाजिक आदिवासी संगठन के तत्वावधान में सत्यारी सरना स्थल पिस्का मोड़ में बैठक आयोजित किया गया. बैठक की अध्यक्षता आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप और संचालन सती तिर्की ने किया. आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि इस साल कोरोना वायरस के कारण सरहुल शोभायात्रा नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है.

Sarhul procession will not be taken out of any village from the western region in ranchi
पश्चिम क्षेत्र से किसी भी गांव से नहीं निकाला जाएगा सरहुल जुलूस
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Published : Apr 12, 2021, 2:17 PM IST

रांची: राजधानी में विभिन्न धार्मिक समाजिक आदिवासी संगठन की ओर से सत्यारी सरना स्थल पिस्का मोड़ में बैठक आयोजित कियी गयी. जिसकी अध्यक्षता आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप और संचालन सती तिर्की ने किया. आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि इस साल कोरोना वायरस के कारण सरहुल शोभायात्रा नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है. 15 अप्रैल को पश्चिम क्षेत्र से किसी भी गांव से सरहुल जुलूस नहीं निकला जायेगा.
ये भी पढ़ें- प्रकृति के प्रति अनोखे प्रेम का पर्व है सरहुल पूजा, साल के फूल को मानते हैं नए वर्ष का प्रतीक

बाद में तय की जाएगी सरहुल जुलूस की तिथि

सरहुल पूजा पूरे विधि-विधान से होगा, पहान पाईनभोरा घर-घर जाकर फुल खोसी करेंगे. इसी के सात अध्यक्ष ने कहा कोरोना वायरस को हराना है, डरना नहीं हैं. सफाई पर ध्यान देनी की जरूरत है. संक्रमित होने से भी दूसरे को बाचना है, सरकार के गाइड लाइन का पालन करते हुए स्थिति नियंत्रण होने पर सरहुल जुलूस की तिथि बाद में तय की जाएगी. इस बैठक में मुख्य रूप से पूर्व मुखिया संजय तिर्की, बुधवा उरांव, करा तिर्की, अजीत कच्छप, शोभा तिर्की, सिम्पी कुजूर, झलकीं तिर्की, सोनी तिर्की, गुड्डी बाडी उरांव, शंकर उरांव और धरमू उरांव शामिल हुए.

रांची: राजधानी में विभिन्न धार्मिक समाजिक आदिवासी संगठन की ओर से सत्यारी सरना स्थल पिस्का मोड़ में बैठक आयोजित कियी गयी. जिसकी अध्यक्षता आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप और संचालन सती तिर्की ने किया. आदिवासी सेना अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि इस साल कोरोना वायरस के कारण सरहुल शोभायात्रा नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है. 15 अप्रैल को पश्चिम क्षेत्र से किसी भी गांव से सरहुल जुलूस नहीं निकला जायेगा.
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बाद में तय की जाएगी सरहुल जुलूस की तिथि

सरहुल पूजा पूरे विधि-विधान से होगा, पहान पाईनभोरा घर-घर जाकर फुल खोसी करेंगे. इसी के सात अध्यक्ष ने कहा कोरोना वायरस को हराना है, डरना नहीं हैं. सफाई पर ध्यान देनी की जरूरत है. संक्रमित होने से भी दूसरे को बाचना है, सरकार के गाइड लाइन का पालन करते हुए स्थिति नियंत्रण होने पर सरहुल जुलूस की तिथि बाद में तय की जाएगी. इस बैठक में मुख्य रूप से पूर्व मुखिया संजय तिर्की, बुधवा उरांव, करा तिर्की, अजीत कच्छप, शोभा तिर्की, सिम्पी कुजूर, झलकीं तिर्की, सोनी तिर्की, गुड्डी बाडी उरांव, शंकर उरांव और धरमू उरांव शामिल हुए.

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